17 वर्षीय प्रज्ञानानंद ने कार्लसन के खिलाफ लगातार तीसरी करियर जीत हासिल की
भारत के रमेशबाबू प्रज्ञानानंद एफटीएक्स क्रिप्टो कप में पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हराते हुए एक बार फिर अपने कौशल का लोहा मनवाया। हालांकि वह टूर्नामेंट में उपविजेता रहे।
यह 17 वर्षीय प्रज्ञानानंद की नार्वे के कार्लसन के खिलाफ अपने करियर में लगातार तीसरी जीत थी। हालांकि कार्लसन ने एफटीएक्स क्रिप्टो कप का खिताब जीता।
एफटीएक्स क्रिप्टो कप के फाइनल मैच में, प्रज्ञानानंद पीछे चल रहे थे, लेकिन उन्होंने कार्लसन के खिलाफ एक क्लच मोमेंट का निर्माण किया और ब्लिट्ज प्लेऑफ़ में उन्हें लगातार तीन गेम में हरा दिया। हालांकि अंत में प्रज्ञानानंद कार्लसन से केवल 1 अंक पीछे रहे और कार्लसन किसी तरह अपने खिताब की रक्षा करने में सफल रहे।
प्रज्ञानानंद ने पहले गेम में अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने के बाद चैंपियनशिप में जीत का सिलसिला शुरू किया। लेकिन इसके बाद 17 वर्षीय प्रज्ञानानंद को वियतनामी दावेदार क्वांग लीम ले और उनके पोलिश समकक्ष जान-क्रिजस्टोफ डूडा से लगातार दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा था।
आशा खबर / शिखा यादव