शुक्रवार की शाम से मौसम के अचानक करवट बदलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है, किसानों के चेहरे खिले हैं, लेकिन शहरी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बेगूसराय के सभी शहरी क्षेत्रों में नल जल के लिए खोदे गए गड्ढे एवं नाली की समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण जलजमाव से लोग परेशान हो गए हैं।
बेगूसराय जिला मुख्यालय की गलियां सीवरेज, हर घर नल का जल एवं गैस पाइप लाइन के लिए खोदे गए गड्ढे के कारण अस्त-व्यस्त हो गई है। जलजमाव और कीचड़ के कारण लोगों को घर से बाहर निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार की शाम से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण खेतों में कुछ हरियाली आई है, लेकिन धान की फसल के लिए भी पर्याप्त बारिश नहीं हुई है।
मौसम पूर्वानुमान में अगले 24 घंटे में हल्की बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। कृषि मौसम विभाग जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केन्द्र डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के वरीय वैज्ञानिक सह नोडल पदाधिकारी डॉ. अब्दुल सत्तार ने बताया कि पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 34.7 एवं 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 91 प्रतिशत एवं दोपहर में 70 प्रतिशत, हवा की औसत गति 3.5 किलोमीटर प्रति घंटा एवं दैनिक वाष्पण 5.1 एमएम तथा सूर्य प्रकाश अवधि औसतन 10.6 घंटा प्रति दिन रिकार्ड किया गया।
पांच सेंटीमीटर की गहराई पर भूमि का औसत तापमान सुबह में 31.0 एवं दोपहर में 38.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 20 से 24 अगस्त तक के मौसम पूर्वानुमानित अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में हल्के से मध्यम बादल देखे जा सकते हैं। अगले 12-24 घंटो में उत्तर बिहार के जिलों हल्की वर्षा हो सकती है। उसके बाद के अवधि में आमतौर पर मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
इस दौरान अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने तथा पूरवा हवा औसतन 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने की संभावना है। कृषि विज्ञान केंद्र बेगूसराय (खोदावंदपुर) के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. रामपाल ने मौसम के मद्देनजर किसानों के लिए समसामयिक सुझाव दिया है।
उन्होंने बताया कि मौसम के मद्देनजर फसल उत्पादक, सब्जी उत्पादक एवं पशुपालन किसानों के लिए जारी किए गए समसामयिक सुझाव की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाई जा रही है।
आशा खबर / शिखा यादव