कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर दबाव बना रही है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि बीते दिनों आरबीआई ने एक रिपोर्ट साझा की थी जिसमें कहा था कि बैंकों के निजीकरण से देश को नुकसान होगा। सरकार के दबाव में आरबीआई ने इस रिपोर्ट को वापस ले लिया है।
श्रीनेत ने कहा कि 18 अगस्त को आरबीआई के रिसर्च विभाग यह रिपोर्ट साझा कर दावा किया अगर सरकारी बैंकों का निजीकरण होता रहा तो इससे राष्ट्र को गंभीर नुकसान हो सकता है। रिपोर्ट पब्लिश करने के 24 घंटे बाद ही आरबीआई ने सरकार के दबाव में इस रिपोर्ट से किनारा कर लिया जबकि यह रिपोर्ट आरबीआई के रिसर्च विभाग ने ही तैयार की थी।
श्रीनेत ने कहा कि पहले 27 सरकारी बैंक थे लेकिन अब सिर्फ 12 बचे हैं। यह सरकार हर सरकारी संस्थान को निजी हाथों में देती जा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को बताना चाहिए कि इस सोच के साथ वह सरकारी बैंकों का निजीकरण कर रहे हैं।.
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल