बिना कृषि भूमि के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वालों की अब खैर नहीं है। कृषि विभाग की ओर से लाभार्थियों की सूची राजस्व विभाग को दे दी गयी है। राजस्व विभाग अब लाभार्थियों की भूमि का सत्यापन करेगा। भूमिहीन मिलने वालों को योजना से बाहर करने के साथ ही उनसे निधि की वसूली भी होगी।
जनपद में चार लाख 26 हजार 941 लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत दो हजार रुपये तीन किस्त में वर्ष में छह हजार रुपये मिलते हैं। शासन के आदेश पर राजस्व विभाग लाभार्थियों की भूमि का सत्यापन करके रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड करेगा। कृषि विभाग ने सम्मान निधि लेने वाले किसानों की सूची तहसीलदार और एसडीएम को उपलब्ध करा दी है। भूमिहीन, आयकरदाता या मृतक या अन्य अपात्र किसानों को चिह्नित कर सम्मान निधि का भुगतान रोककर पूर्व में लिए गए पैसों की वसूली की जाएगी। राजस्व विभाग के टीम की ओर से भूमिहीनों का पता लगाने के लिए सत्यापन भी कराया जाएगा।
विभाग की ओर से मृतक होने के बाद भी पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले परिजनों से वसूली की जाएगी। विभाग की ओर से सोशल आडिट में पाया गया कि सैकड़ों मृत किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का भुगतान हो रहा है। कृषि उपनिदेशक अतिंद्र सिंह ने बताया कि भूमिहीनों का पता लगाने को लाभार्थियों की सूची राजस्व विभाग को उपलब्ध करा दी गयी है। सत्यापन में भूमिहीन मिलने वाले लाभार्थियों का भुगतान बंद कराकर पूर्व में लिए गए पैसों की वसूली होगी। विभाग की ओर से आयकरदाताओं को भी नोटिस भेजी जा रही है।
आशा खबर / शिखा यादव