गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए क्रूज संचालन पर 21 अगस्त तक रोक लगा दी गई है। 22 अगस्त को जलस्तर और स्थिति का अध्ययन करने के बाद संचालन पर फैसला किया जाएगा।
क्रूज संचालन करने वाली संस्था के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि तेज बहाव और पर्यटकों की सुरक्षा को देख 19 से 21 अगस्त तक संचालन पर रोक लगाई है। क्रूज की बुकिंग पर भी रोक लगा दी गई है। पुलिस कमिश्नरेट ने गंगा में बाढ़ को देख कुछ दिनों के लिए संचालन को रोकने का निर्देश दिया था। मगर, कंपनी ने यात्रा जारी रखी थी। जिसके बाद बृहस्पतिवार रात पुलिस कमिश्नेरट की सख्ती पर कंपनी ने संचालन रोकने का फैसला किया।
शुक्रवार रात दशाश्वमेघ घाट पर भागीरथी क्रूज का एक इंजन फेल हो गया था। शनिवार सुबह क्रूज के इंजन को ठीक करने का काम शुरू हुआ, जिसे करीब तीन बजे के आसपास ठीक कर लिया गया। अब ट्रायल किया जाना है। शुक्रवार रात को तकनीकी टीम से संपर्क कर लिया गया था। जानकारों के हवाले से बताया कि इंजन के कूलिंग सिस्टम (पंप) में खराबी आ गई थी जिस वजह से इंजन स्टार्ट नहीं हो रहा था।
पांच लाख का टिकट रिफंड
क्रूज प्रबंधन ने तीन दिन क्रूज संचालन पर रोक के बाद रविवार तक की बुकिंग का पैसा रिफंड कर दिया है। हालांकि, सोमवार का टिकट अभी निरस्त नहीं किया गया है। इसका फैसला सोमवार को ही होगा। विकास मालवीय के मुताबिक, करीब पांच लाख रुपये लौटाए गए हैं। करीब 600 पर्यटक को परेशानी हुई है। अलकनंदा में नौ सौ रुपये प्रति व्यक्ति जबकि भागीरथी का टिकट 700 और 500 रुपये है। कंपनी के मुताबिक 15 सितंबर तक की बुकिंग हो चुकी है।