विधि मंत्री कार्तिकेय कुमार पर लगे अपहरण के आरोप और उनके खिलाफ जारी किये गये वारंट को लेकर लगातार कार्तिक कुमार के इस्तीफे की मांग की जा रही है। इस मामले को लेकर दो दिनों से बिहार की राजनीति गर्म है। इसपर पहली बार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। विपक्ष के पास अब कोई काम नहीं रह गया है, सिवाए आरोप लगाने को।
उन्होंने कहा कि कल ही कार्तिकेय सिंह के वकीलों ने साफ कर दिया था कि जो भी आरोप है, उसमें पहले ही कोर्ट ने पुलिस को किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी कार्तिक सिंह को मुद्दा बनाया जा रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि ये जांच का विषय है और हम कोर्ट के आदेश को मानेंगे।
उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है इसपर अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। जब तक कोर्ट से इस मामले में कोई फैसला नहीं हो जाता है तब तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। अगर कोर्ट कुछ निर्देश देती है तो उसके बाद विचार किया जा सकता है कि आगे क्या किया जा सकता है।
भाजपा पर हमला करते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष का काम ही क्या है। वे लगातार हमें डिफेम करने की कोशिश कर रहे हैं। 15 अगस्त को हमनें बेरोज़गारी मिटाने के लिए बड़ा ऐलान किया था। हमनें 20 लाख रोज़गार देने की बात कही और भाजपा इनसिक्योर हो गई है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमनें जनता के हित में जो इतना बड़ा ऐलान किया, उस पर भाजपा की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन हमें डिफेम करने के लिए विपक्ष हर संभव कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि हम इन आरोपों से डरने वाले नहीं है।
वारंट जारी होने के बावजूद कार्तिकेय कुमार को कैबिनेट में जगह कैसे दी गई के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए साज़िश रची जा रही है।
उल्लेखनीय है कि कानून मंत्री कार्तिक कुमार सिंह के खिलाफ अपहरण मामले में कोर्ट के तरफ से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। अब इस पर लगातार सियासत हो रही है। भाजपा और भाकपा माले ने विधि मंत्री को उनके पद से हटाने की मांग मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से की है।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल