Search
Close this search box.

सेवा के पीछे मतान्तरण करती हैं ईसाई मिशनरियां : स्वान्त रंजन

Share:

अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख 

समिति के सदस्यों को सम्मानित करते 

स्वान्त रंजन

मल्टी स्पेशिएलिटी हास्पिटल बनायेगी सत्यवादी हरिश्चन्द्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वान्त रंजन ने 15 अगस्त की देर शाम एक कार्यक्रम में कहा कि निःस्वार्थ भाव से सेवा करनी चाहिए। ईसाई मिशनरियां सफेद बगुले की तरह हैं जो सेवा के नाम से हिन्दुओं का मतान्तरण करती हैं। उन्होंने कहा कि सत्यवादी हरिश्चन्द्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति ने सेवा के क्षेत्र में एक अच्छी पहल शुरू कर समाज को एक दिशा देने का काम किया है। इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।

सेवा की ओर हो रहा जातीय संगठनों का रूझान

स्वान्त रंजन ने कहा कि जातीय संगठनों को रूझान सांस्कृतिक सामाजिक व सेवा की ओर हो रहा है। यह शुभ संकेत है। कुरीतियों को दूर करने के लिए भी काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज जातियों में बंटा है। किसी समय उसकी आवश्यकता रही होगी। काम के आधार पर पहले जातियां थीं, लेकिन आज उसकी आवश्यकता नहीं है। आजकल राजनीति से प्रेरित ज्यादा काम चलते हैं। जाति के आधार पर सरकार पर दबाव बनाते हैं अपनी मांगें मनवाते हैं।

‘स्व’ के आधार पर करना है भारत का विकास

संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वान्त रंजन ने कहा कि हमें ‘स्व’ के आधार पर भारत का विकास करना है। मैकाले की शिक्षा पद्धति अंग्रेजों की मानसिकता को बनाने वाली आज भी चली आ रही है। अभी समाज की मानसिकता गुलामी की है। इस मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है। महात्मा गांधी ने कहा था कि हमें आध्यात्मिक स्वराज्य चाहिए।

हमें स्वराज्य का ‘स्व’ स्वतंत्रता का ‘स्व’ चाहिए

स्वान्त रंजन ने कहा कि भारत धर्म परायण देश है, आध्यात्मिक देश है। हमको भारतवर्ष को भारतवर्ष के रूप में विकसित करना है हमको भारतवर्ष को अमेरिका नहीं बनाना। हमारी ‘स्व’ संस्कृति हमारा संस्कार हमारा ‘स्व’ भाषा के आधार पर बढ़ना है। स्वतंत्र यानि अपना तंत्र जो है अभी तक नहीं आ पाया है। ‘स्व’ के आधार पर भारत की पहचान होती है। हमें स्वराज्य का ‘स्व’ स्वतंत्रता का ‘स्व’ चाहिए।

लखनऊ में जल्द बनेगा बहुमंजिला धर्मार्थ चिकित्सालय

सत्यवादी हरिश्चन्द्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति के मार्गदर्शक मण्डल के सदस्य हरी जीवन रस्तोगी ने बताया कि हम लोग जल्द ही शहर में बहुमंजिला धर्मार्थ चिकित्सालय बनायेंगे। इसके अलावा अन्नपूर्णा भोजनालय भी शुरू करेंगे, जहां 10 रूपये में भरपेट भोजन मिलेगा। इसके अलावा चिकित्सालय के पास ही एक वृद्धाश्रम का भी निर्माण कराया जायेगा।

सत्यवादी हरिश्चन्द्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति के मंत्री रितेष रस्तोगी ने बताया कि एक वर्ष में समिति द्वारा संचालित ओपीडी में 56 हजार मरीज देखे गये। उन्होंने बताया कि 14 सालों से निरन्तर समिति द्वारा ओपीडी सेवा संचालित की जाती है। ओपीडी में एलोपैथ, होम्योपैथ और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के चिकित्सक सेवा देते हैं।

इन चिकित्सकों को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम में डा.विशाल रस्तोगी, डा.रमेश चन्द्र गुप्ता, वैद्य अनूप भटनागर, डा.निखत, डा.आकांक्षा रस्तोगी, डा.शुभांगी अग्रवाल, डा.सुमीना, डा.बीना सिंह, डा.ऋतुराज गुप्ता, डा.नितिन पचौरी, डा.शहनाज, डा.अपर्णा रस्तोगी और डा. संदीप अग्रवाल को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त के प्रान्त प्रचारक कौशल, क्षेत्र के सह प्रचार प्रमुख मनोजकांत, क्षेत्र बौद्धिक शिक्षण प्रमुख मिथिलेश नारायण, आरोग्य भारती के क्षेत्र के सह संयोजक डा. संग्राम सिंह, समिति के अध्यक्ष डा.दीपक रस्तोगी और धर्मेन्द्र नाथ रस्तोगी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

आशा खबर/ रेशमा सिंह पटेल

Leave a Comment

voting poll

What does "money" mean to you?
  • Add your answer

latest news