
अपने जमाने में खूब मशहूर रहीं अनीता राज ने हाल ही में टेलीविजन पर एक शो ‘छोटी सरदारनी’ खत्म किया है। इसमें उन्होंने कुलवंत कौर गिल का किरदार निभाया। काम के साथ साथ खुद को फिट और चुस्त चौकस रखना उनका जुनून है। ‘अमर उजाला’ से जन्मदिन की बधाई स्वीकार करने के साथ ही अनीता राज बताती हैं, ‘फिटनेस के लिए नियमित व्यायाम और अपनी खुराक पर तो ध्यान देना ही चाहिए। साथ ही साथ मानसिक रूप से सुकून का अनुभव भी करना चाहिए। मैंने सही समय पर फिल्मों में काम किया। मेरी फिटनेस का राज मेरा प्रतिदिन दौड़ना है। मैं रनिंग करती हूं। मुंबई में समुद्र के किनारे मुझे दौड़ने का बहुत शौक है। अब भी सप्ताह में 3 दिन मैं 20 किलोमीटर की रनिंग करती हूं। मैं 42 किलोमीटर की मैराथन रेस में भी हिस्सा ले चुकी हूं। सुबह जल्दी उठती हूं और मंत्रो का जप करती हूं।’
सामाजिक जीवन अच्छे स्वास्थ्य की बुनियाद
अनीता राज मानती हैं कि सामाजिक जीवन स्वस्थ जीवन की बुनियाद है। वह बताती हैं, ‘80 और 90 के दशक में शूटिंग के दौरान साथी कलाकारों के साथ काफी मेल मिलाप रहता था। शूटिंग के दौरान सब कलाकार एक साथ बैठकर बातचीत किया करते थे। जिससे साथ में काम करने में झिझक नहीं होती थी और परफॉर्मेंस निकल कर आता था। आज जब कलाकारों को देखती हूं तो उनके पास बात करने की फुर्सत नहीं रहती है। सीन खत्म होते ही वैनिटी वैन अकेले समय गुजारने की लोगों को आदत हो चुकी है। कलाकार साथ बैठते हैं तो आपसी रिलेशन बनते हैं।’
स्मार्ट फोन रखें लेकिन स्मार्ट भी बनें
अनीता राज ने हर दौर के साथ खुद को ढाला है और समय के मुताबिक अपने किरदारों के चयन में भी समझदारी दिखी है। लेकिन, नए दौर में हर इंसान के मोबाइल पर अटक जाने को वह ठीक नहीं मानतीं। वह कहती हैं, ‘हर वक्त सोशल मीडिया पर मौजूद रहना और अपनी सोशल लाइफ से अलग हो जाना ठीक नहीं है। सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहिए, उपभोग नहीं। ये हमें नए लोगों से मिलने, दूसरों के विचार जानने का मौका देता है, लेकिन वहां बहस में समय नष्ट करने का फायदा नहीं। इसका नशा नहीं होना चाहिए। लगातार मोबाइल इस्तेमाल करने के दुष्परिणाम भी सामने आने ही लगे हैं।’
आशा खबर / शिखा यादव
