पिछले दिनों उदयपुर की उदयसागर झील के मछली ठेकेदार द्वारा आदिवासी युवकों के साथ मारपीट के वायरल वीडियो ने शुक्रवार को उग्र रूप ले लिया। पुलिस-प्रशासन द्वारा समुचित कार्रवाई नहीं होने से खफा आदिवासी समाज के लोग बड़ी संख्या में उदयसागर झील के समीप पनवाड़ी रोड पर एकत्र हुए और मछली ठेकेदार तथा पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मामला गर्मा गया। प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और मछली ठेकेदार के दो कमरों में आग लगा दी। पुलिस को अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। इस घटनाक्रम के दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहां कवरेज करने पहुंचा स्थानीय पत्रकार भी घायल हो गया। पनवाड़ी रोड पर हुए हंगामें के बाद जिला पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला।
दरअसल, कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। उसमें मछली का ठेकेदार कुछ आदिवासी लोगों निर्वस्त्र कर मारपीट करता दिखाई दे रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद आदिवासियों में आक्रोश फैल गया था। आदिवासियों का कहना है कि मामले में पुलिस ढुलमुल रवैया अपना रही है। ऐसे में उन्होंने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित लोगों ने तोड़फोड़ और आगजनी की। इससे पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर उदयसागर से जाने वाली और देबारी से पनवाड़ी में आने वाली मुख्य सड़क को बंद कर दिया ताकि घटना स्थल पर कोई नहीं आ सके।
पत्थरबाजी के दौरान वहां कवरेज कर रहे स्थानीय पत्रकार राजेश डांगी के सिर में पत्थर लगा। प्रदर्शनकारियों की भीड़ में उसका मोबाइल, बैग और आईडी भी कोई छीन ले गया। डांगी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद अन्य जांचें कराई गई।