लगातार बढ़ते जलस्तर के बाद घाघरा (सरयू) नदी खतरा बिंदु के पार हो गयी है। इससे तटवर्ती लोगों में बेचैनी बढ़ गयी है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार सोमवार की शाम चार बजे जलस्तर 64.120 मीटर दर्ज किया गया। जबकि खतरे का लाल निशान 64.010 मीटर पर ही है। इस प्रकार नदी यहां खतरे के निशान से 11 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। आयोग ने अगले 24 घंटे में जलस्तर में आधा सेमी प्रति घंटे की वृद्धि का पूर्वानुमान किया है।
जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ की संभावना प्रबल है, वहीं बाढ़ के खतरे को लेकर तटवर्ती दर्जनों गावो के हजारों लोग दहशत में है। हाहानाला से टंगुनिया तक कई किलोमीटर भू-भाग में नदी का पानी फैल रहा है। टंगुनिया के राजभर बस्ती के निकट से होकर बाढ़ का पानी बह रहा है। तुर्तीपार, हाहानाला और हल्दिरामपुर रेगुलेटरों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। टीएस बंधा तक पानी पहुंचने के कगार पर है। लोगों को भय सताने लगा है कि यदि जलस्तर में इसी तरह वृद्धि का क्रम जारी रहा तो आने वाले दिनों में लोगों को बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ सकता है। बाढ़ को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एसडीएम का दावा है कि बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है।
आशा खबर / शिखा यादव