भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के प्रतीक रक्षा बंधन की धूम बाजार में दिखाई देने लगी है। इस बार भगवान के चित्र वाली राखियों की बाजार की धूम मची है। बच्चे भी भगवान गणेश, बाल हनुमान, भगवान शिव की राखियों को खूब पसंद कर रहे हैं।
रक्षा बंधन का त्योहार 11 अगस्त को मनाया जाएगा। कोरोना काल के कारण दो साल बाद बाजार में रक्षा बंधन की धूम मची है। थोक बाजारों से लेकर छोटे बाजारों तक में राखी के बाजार सजे हैं और राखी खरीदने वालों की भीड़ उमड़ रही है। रंग-बिरंगी राखियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
डिजाइनर राखी खूब पसंद की जा रही
मेरठ के आबूलेन, सदर बाजार, बेगमपुल, लालकुर्ती, सेंट्रल मार्किट शास्त्रीनगर, गंगा नगर, जागृति विहार, पल्लवपुरम, कंकरखेड़ा आदि बाजारों में राखी की दुकानें सजी हुई है। सैनिक विहार कंकरखेड़ा के राखी विक्रेता विजय मान ने बताया कि इस बार बाजार में बदले हुए डिजाइन में राखियां आई है। इनमें भगवान शिव, भगवान हनुमान, गणेश जी, देवी दुर्गा आदि के चित्र वाली डिजाइनर राखियां छाई हुई है। महिलाएं और बच्चे इन राखियों को खूब पसंद कर रही है। इसके साथ ही राजा-रानी राखी, खुदाई वर्क की राखी, हैंड पेंटिंग वाली राखी, स्टोन राखी, मोती वर्क राखी की बाजार में खूब मांग है।
व्यापारियों में दौड़ी खुशी की लहर
कोरोना काल के बाद रक्षा बंधन पर बाजार की हालत बदली है और बाजार में राखी खरीदने के लिए लोग उमड़ रहे हैं। इससे व्यापारियों की बांछे खिली हुई है। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उप्र के प्रांतीय अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल का कहना है कि कोरोना काल के दौरान बाजार पूरी तरह से सूने रहे। इस बार रक्षा बंधन पर बाजार में तेजी आई है। इससे व्यापारी खासे खुश है और अच्छा कारोबार हो रहा है। बाजार में तेजी आने से अर्थव्यवस्था को लाभ मिलेगा। बाजार में रक्षा बंधन पर लगभग 15 करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद है।
10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की राखी उपलब्ध
चौहान मार्किट पल्लवपुरम के राखी विक्रेता सुधीर कुमार का कहना है कि बाजार में दस रुपए से लेकर 500 रुपए तक की राखी उपलब्ध है। बाजार में सभी प्रकार के ग्राहक आ रहे हैं। सोने-चांदी से बनी राखियों की भी बाजार में खूब मांग है। इसके साथ ही रुद्राक्ष राखी, चंदन राखी, एंटीक राखी भी बाजार में पसंद की जा रही है।
आशा खबर / शिखा यादव