बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और चीन के विदेश मंत्री वांग ई की रविवार को मुलाकात हुई। इस दौरान उन्होंने एक चीन के सिद्धांत के प्रति बांग्लादेश के समर्थन को दोहराया और कहा कि उनके देश के पड़ोसी देश के साथ संबंध महत्व रखते हैं।
मुलाकात के दौरान वांग ई ने बांग्लादेश में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बेहतर व्यापार संबंधों, निवेश और समर्थन का वादा किया।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के दौरान चीनी विदेश मंत्री वांग शनिवार शाम ढाका पहुंचे।
उन्होंने प्रधानमंत्री हसीना और विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमिन से मुलाकात की। वांग की यात्रा के दौरान ही अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी भी बांग्लादेश के दौरे पर हैं।
वांग ने हसीना के आधिकारिक आवास गणभवन पहुंचकर उनसे मुलाकात की, जिसके बाद हसीना के प्रेस सचिव एहसानुल करीम ने कहा कि उन्होंने (हसीना ने) कहा कि बांग्लादेश चीन के साथ अपनी दोस्ती को महत्व देता है और दोहराया कि ढाका एक चीन के सिद्धांत में विश्वास करता है।
वांग ने हसीना को ताइवान के मुद्दे पर चीन के रुख के बारे में बताया, जिसके बाद हसीना ने यह टिप्पणी की। हसीना ने यह भी कहा कि दक्षिण एशियाई, दक्षिण पूर्वी एशियाई देश और चीन रूस-यूक्रेन युद्ध से उत्पन्न चुनौतियों से निपटते हुए आर्थिक प्रगति के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
करीम के अनुसार ने वांग ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से कहा कि चीन एक रणनीतिक विकास भागीदार के रूप में बांग्लादेश के विकास का समर्थन करता रहेगा।
रोहिंग्या शरणार्थी संकट पर चर्चा करते हुए कि हसीना ने कहा कि जबरन विस्थापित रोहिंग्या अब बांग्लादेश के लिए अतिरिक्त बोझ बन गए हैं। उन्होंने इस मुद्दे को हल करने के लिए चीन का सहयोग मांगा।
हालांकि, वांग ने कहा कि चीन को उम्मीद है कि बांग्लादेश और म्यांमा के बीच द्विपक्षीय वार्ता के जरिए इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। वांग की मोमिन के साथ बैठक के बाद बांग्लादेश और चीन ने आपदा प्रबंधन, बुनियादी ढांचे, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और समुद्री विज्ञान से संबंधित चार समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए।
अंतरराष्ट्रीय संगठन से संबंधित मामलों की अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री मिशेल जे. सिसन तीन देशों के अपने आधिकारिक दौरे के तहत 6 अगस्त को दो दिवसीय यात्रा पर ढाका पहुंचीं।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने अभी तक उनके साथ किसी भी बैठक के बारे में सूचना नहीं दी है।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल