प्रधानमंत्री ने रविवार को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और कलात्मक परंपराओं का जश्न मनाने के लिए काम करने वाले सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपने ट्वीट के साथ हथकरघा उद्योग से जुड़ी विरासत पर बने एक वीडियो को साझा किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ट्वीट कर स्टार्टअप्स की दुनिया से जुड़े युवाओं से हैंडलूम स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज में हिस्सा लेने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि यह चैलेंज बुनकरों के लिए विचार और नवाचार करने का एक शानदार अवसर है।
प्रधानमंत्री ने इस संबंध में कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल के ट्वीट को रिट्वीट किया।
केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा कि हैंडलूम स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसका मकसद हथकरघा बुनकरों कम परिश्रम और बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पादों के लिए तकनीकी रूप से उन्नत एवं लागत प्रभावी हथकरघा विकसित करना है।
हैंडलूम स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। 7 सितंबर तक नामांकन किया जा सकता है। 31 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1905 में आज ही के दिन शुरू हुए स्वदेशी आंदोलन और हथकरघा से जुड़ी प्राचीन कला को पुनर्जीवित करने के लिए 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में घोषित किया था।
इस अवसर पर कपड़ा मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि हम अपने राष्ट्र के बुनकरों के बिना अधूरे हैं। वे अपने कुशल हाथों से आकर्षक परिधान बुनते हैं और हमारी विरासत और संस्कृति को आगे ले जाते हैं। आइए इस हथकरघा दिवस यानि आज हम कम से कम एक हथकरघा वस्तु खरीदकर उनकी मेहनत को एक सूत्र में पिरोएं और अपना समर्थन दें।
मंत्रालय के अनुसार हथकरघा हमारे देश के ग्रामीण और अर्ध-ग्रामीण हिस्सों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह क्षेत्र सीधे महिला सशक्तिकरण को संबोधित करता है, क्योंकि सभी बुनकरों और संबद्ध श्रमिकों में 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं।
वहीं खादी इंडिया का कहना है कि हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय हथकरघा और हस्तशिल्प का ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग करें, बल्कि, इसके बारे में हमें ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को बताना भी चाहिए ।
