फसलों का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ व मकानों को हुए नुकसान का मुआवजा दे सरकार : मनोज राठी
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज राठी ने कहा है कि बरसात के मौसम में जल निकासी के दावे पूरी तरह से फेल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनधि व अधिकारी जनता की कोई सुध नहीं ले रहे हैं, जिस वजह से जनता की परेशानी और बढ़ रही है।
मनोज राठी शनिवार को निकटवर्ती गांव मिर्जापुर के खेतों में किसानों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पानी की वजह से खेतों की पूरी फसल खराब हो गई है और गांव में भी पानी घुस गया है। खेतों में चार से पांच फुट पानी खड़ा है, जिससे फसलें बचने की भी कोई संभावना नहीं है। प्रशासन की अनदेखी के चलते ग्रामीणों को खुद बांध बनाकर पानी रोकना पड़ा है।
उन्होंने किसानों के साथ पानी के खड़े होकर भाजपा-जजपा के नेताओं को पानी दिखाया और कहा कि सरकार के नेता दावा कर रहे हैं कि हम पंप लगाकर खेतों में खड़ा पानी निकलवाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के दावे पूरी तरह से झूठे व किसान विरोधी है क्योंकि इन दोनों दलों के नेताओं को जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा-जजपा सरकार किसानों को तबाह करने की नीति पर चल रही है, जिसके चलते किसानों के खेतों में खड़ा पानी नहीं निकलवाया जा रहा।
मनोज राठी ने कहा कि भाजपा-जजपा के लोग जनता के नेता नहीं बल्कि जुमलेबाज है। उन्होंने सरकार से मांग की कि किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए तथा विभिन्न बैंकों की ऋण वसूली स्थगित करके इस सीजन का ब्याज माफ किया जाए। इसके अलावा गांव में पानी घुसने के कारण मकानों को जो नुकसान पहुंचा है, उसका भी आंकलन करके मुआवजा दिलवाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार व प्रशासन ने गांवों से पानी निकलवाने का जल्द इंतजाम नहीं किया तो लगातार पानी खड़ा रहने के कारण कोई भी बीमारी फैल सकती है
आशा खबर/ शिखा यादव