मुझे सेंट विनसेंट व ग्रेनाडीन्स में आज आप से मिलते हुये खुशी हो रही है। मैं भारत से आपके भाइयों और बहनों की शुभकामनायें साथ लाया हूं। आपके सुंदर देश में जिस क्षण हम उतरे हैं, तब से ही मेरे शिष्टमंडल और मेरा भव्य स्वागत किया गया, गर्मजोशी और स्नेह से अगवानी की गई। आप सबने हमें अनुभव कराया कि हम वाकई विशेष हैं। मैं आपके सत्कार का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
मित्रो,
पिछले 42 वर्षों में सेंट विनसेंट व ग्रेनाडीन्स के लोगों ने लोकतांत्रिक, एकाधिक और बहु-नसली समाज की रचना की है, जो उत्साह और प्रगति से पूर्ण है। इस छोटे परंतु जीवन्त देश की आर्थिक उपलब्धियां प्रशंसनीय हैं। दूरदर्शी नेताओं की पीढ़ियों के बुद्धिमत्तापूर्ण मार्गदर्शन के तहत, सेंट विनसेंट व ग्रेनाडीन्स के लोगों ने इस द्वीपीय देश को बदल दिया है और वह कैरेबियन में शांति और समृद्धि का प्रेरणास्पद उदाहरण बन गया है।
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि जो भारतीय समुदाय यहां रह रहा है, उसने इस द्वीप को अपना बना लिया है। वे अन्य समुदायों के साथ शांति और सौहार्द के साथ रहते हैं तथा एसवीजी के विकास में महती योगदान कर रहे हैं। अपनी सकारात्मक सोच के बल पर, भारतीय समुदाय को एसवीजी में सम्मान और स्नेह मिलता है। सेंट विनसेंट में भारतीयों के आगमन के दिन पहली जून को और सात अक्टूबर को भारतीय धरोहर दिवस के रूप में मनाकर यह देश भारत के साथ जुड़ जाता है। बेशक, मेरे लिये और भारतीय समुदाय के लिये वह गौरव का पल होगा, जब मैं कॉल्डर रोड का नाम बदलकर ‘इंडिया ड्राइव’ रखे जाने का जल्द सूत्रपात करूंगा।
सेंट विनसेंट व ग्रेनाडीन्स के साथ हमारी विकास साझेदारी सार्वभौमिक भाईचारे की भावना पर आधारित है। हम मजबूत सेंट विनसेंट व ग्रेनाडीन्स के निर्माण के लिये अपने भाइयों-बहनों का समर्थन करना चाहते हैं, जिसके तहत अवसंरचना परियोजनायें शामिल हैं। इस तरह लोगों का कल्याण होगा। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे नये भारत, उसकी अपार ऊर्जा और तीव्र आर्थिक प्रगति से जुड़ें।
देवियो और सज्जनो,
मैं एक बार फिर भारतीय समुदाय और सेंट विनसेंट व ग्रेनाडीन्स में रहने वाले भारतीयों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आप भारत की समृद्ध विविधता, सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत को आप पर और आपकी उपलब्धियों पर गर्व है।
मैं आपको और आपके परिवारों को समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य से परिपूर्ण उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें देता हूं। मैं प्रवासी भारतीय भाइयों और बहनों का आपके अपने वतन, यानी भारत में स्वागत करने का इच्छुक हूं।