लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों के हंगामें के कारण शून्यकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी और बैठक भोजनावकाश, 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
एक बार के स्थगन के बाद 12 बजे पीठासीन अधिकारी राजेन्द्र अग्रवाल ने सदन की बैठक शुरू की। कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के सदस्य वेल में आकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे। शोरगुल के बीच ही सदन के पटल पर महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे गए। भारी शोरगुल और नारेबाजी के बीच ही केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने ऊर्जा संरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2022′ लोकसभा में पेश किया ।
तत्पश्चात पीठासीन अधिकारी ने शून्यकाल की कार्यवाही की घोषणा की। किंतु, सदन में हंगामा जारी रहा। अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों को अपनी सीट पर लौटने का आग्रह किया। उन्होंने कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी से कहा कि वे अपनी पार्टी के सदस्यों को वेल से बाहर जाकर सीट पर बैठने के लिए कहें। शोरगुल के बीच ही चौधरी ने अपनी बात रखनी चाही। उन्होंने कहा कि नेशनल हेरॉल्ड पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी का मुद्दा उठाना चाह रहे थे, किंतु पीठासीन अधिकारी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। सदन में हंगामा थमता न देख अग्रवाल ने बैठक दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, सुबह 11 बजे सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई। कांग्रेस और कई विपक्षी दलों के सदस्य ईडी की कार्यवाही को लेकर नारेबाजी करने लगे। हंगामें के बीच ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल पूरा करने की कोशिश की, किंतु विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही। सदन में शांति व्यवस्था न देख अध्यक्ष ओम बिरला ने बैठक 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
आशा खबर / शिखा यादव