जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में बाढ़ से हुए बाधित मार्ग के कारण सौ से अधिक लोग फंस गए जिन्हे पुलिस द्वारा रात भर चले रेस्क्यू के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया है।
पुलिस चौकी कोकसर में सूचना मिली थी कि कुछ लोग सड़क के बाधित होने के कारण छतड़ू के पास फंसे हुए हैं जहां पर यह लोग सुरक्षित हैं। इसके उपरान्त सूचना मिली कि छतड़ू के पास के नाले भी अधिक प्रवाह में आये हैं व अब कुछ लोग छतड़ू से डोरनी के बीच फंसे हैं जहां पर रहने आदि की व्यवस्था नहीं है।
सूचना मिलते ही उप-पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) हेमन्त कुमार ठाकुर बचाव दल के साथ छतड़ू के लिये रवाना हुए। सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को सड़क बहाली हेतु आग्रह किया गया।
राहत कार्योंको गति देने के लिए ग्रेफ की मशीनें व प्रशासनिक बचाव दल भी मौका पर पहुंच गये थे। देर रात तक बचाव अभियान जारी रहा। रविवार डेढ़ बजे रात तक चले इस बचाव अभियान में कुल 105 फंसे हुये लोगों जिनमें 39 महिलायें व 12 बच्चे भी शामिल हैं। जिन्हे मौका से कोकसर तक बीआरओ के वाहनों की मदद से निकाला गया।
पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने बताया कि इनमें से 80 व्यक्ति रात को ही अपने गन्तव्य हेतु मनाली की ओर निकल गये जबकि शेष को कोकसर व सिस्सु में ठहराया गया है। इसके अलावा 30 अन्य व्यक्ति अभी भी मौका में ही मौजूद हैं जिनमें से अधिकांश वाहन चालक हैं। जिन्होने अपने वाहन फंसे होने के चलते स्वेच्छापूर्वक सड़क मार्ग बहाली तक रूकना चाहा है। इनके भोजन व रहने की अपनी व्यवस्था इनके पास गाड़ियों में उपलब्ध है।
छतड़ू से डोरनी नाला के मध्य 23 वाहन (01 बस सहित) अभी फंसे हुये हैं जो सड़क बहाली के उपरान्त ही निकाले जा सकेंगे। ग्राम्फू-काजा मार्ग अभी बाधित है व बहाली का कार्य प्रगति पर है।
आशा खबर / शिखा यादव