शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। महाराष्ट्र को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झूठी शिकायत और झूठे सबूत के आधार पर सुबह से उन्हें सिर्फ पूछताछ के नाम पर परेशान किया गया और अब मुझे हिरासत में लेकर ईडी दफ्तर ले जाया जा रहा है।
संजय राऊत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर में जाने से पहले पत्रकारों को बताया कि उन्होंने छह माह पहले राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को पत्र लिख कर उन पर बनाए जा रहे दबाव की जानकारी दी थी। उस पत्र में मैंने सभापति को बताया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो नेता उन्हें शिवसेना छोड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसा न करने पर उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी जा रही है। मैं बालासाहेब व उद्धव ठाकरे का सच्चा शिवसैनिक हूं, झुकुंगा नहीं, लड़ुंगा। झूठी शिकायत और झूठे सबूत के आधार पर सुबह से उन्हें सिर्फ पूछताछ के नाम पर परेशान किया गया और अब हिरासत में लेकर ईडी दफ्तर ले जाया जा रहा है।
संजय राऊत के भाई विधायक सुनील राऊत ने कहा कि पत्राचाल के संबंध में उनके घर की तलाशी में कोई सबूत नहीं मिले हैं। आज सुबह से ईडी के अधिकारी सिर्फ पूछताछ के नाम पर उन्हें परेशान करते रहे। इन लोगों ने पहले से ही गिरफ्तार करने की तैयारी कर रखी थी, लेकिन हम सब शिवसेना नहीं छोड़ेंगे, चाहे जितनी कार्रवाई हो।
उल्लेखनीय है कि 1034 करोड़ रुपये के कथित पत्राचाल घोटाला मामले में ईडी की टीम ने आज संजय राऊत के भांडुप स्थित आवास पर छापा मारा था। ईडी के अधिकारी 9 घंटे की पूछताछ के बाद संजय राऊत को हिरासत में लेकर दक्षिण मुंबई स्थित अपने दफ्तर लाये हैं। यहां ईडी की टीम संजय राऊत से पूछताछ कर रही है। कुछ देर में ही संजय राऊत की गिरफ्तारी की जा सकती है।