लखनऊ में नलकूप विभाग के जेई, उसकी पत्नी और बेटी की मौत के मामले में पुलिस ने खुलासे का दावा किया है. पुलिस के मुताबिक, ज्यादा पैसों और प्रॉपर्टी के लालच के चलते परिवार के 3 लोगों को मजबूरी में जहर खा कर मौत को गले लगाना पड़ा.
लखनऊ पुलिस ने बताया कि मृतक शैलेंद्र कुमार ने प्रॉपर्टी डीलर के साथ मिलकर 3 करोड़ रुपये की जमीन एग्रीमेंट कराया था, जिसके लिए उसने तकरीबन 65 लाख रुपये अपने नजदीकी रिश्तेदार से लिए थे और उसको बताया था कि वह उसकी नौकरी नलकूप विभाग में लगवा देगा.
पुलिस के मुताबिक, मृतक ने जिस जमीन के लिए पैसे दिए थे, वह जमीन विवादित निकल गई, जिसका केस कोर्ट में चल रहा था. इस दौरान नौकरी के नाम पर लिए गए पैसे भी डूब गए. यही नहीं, मृतक ने कई लोगों से 10-10 लाख रुपये लेकर जमीन की रजिस्ट्री करवाई थी और जब लोगों को जमीन नहीं मिला, तो वे पैसा वापस करने की मांग करने लगे.
एडीसीपी नॉर्थ जोन अनिल कुमार यादव के मुताबिक, मृतक के ऊपर बहुत सारा कर्ज हो गया था. जमीन में पैसे लगाने के लिए 65 लाख दिए थे, वह भी डूब गए. इस वजह से जेई और उसके साथ उसकी पत्नी और बेटी को सुसाइड करना पड़ा.
बता दें कि 27 जुलाई को जानकीपुरम थाना क्षेत्र के नलकूप विभाग में जेई के पद पर तैनात शैलेंद्र कुमार, पत्नी गीता और बेटी प्राची की कथित तौर पर सुसाइड की वजह से मौत हुई थी. जानकारी के मुताबिक, परिवार के 3 लोगों ने कथित तौर पर जहर खाकर अपनी जान दे दी थी.