बिहार में अररिया जिले के कुर्साकांटा प्रखंड के डोरिया जागीर इटाही गांव में स्थित निजी विद्यालय महामाया पब्लिक स्कूल के छात्रावास में रहने वाले बच्चे को विषाक्त भोजन के शिकार हो गए हैं।फूड प्वाइजनिंग के कारण हॉस्टल में रहने वाले 17 बच्चे बीमार हो गए,जिन्हें पेट दर्द,उल्टी, दस्त और सरदर्द की शिकायत पर कुर्साकांटा पीएचसी में विद्यालय संचालक के द्वारा भर्ती कराया गया।
भर्ती हुए सभी बच्चों का इलाज कुर्साकांटा पीएचसी में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक शैलेश कुमार सुमन ने किया। अस्पताल में भर्ती 17 बच्चों में से 9 बच्चों की नाजुक स्थिति को देखते हुए अररिया सदर अस्पताल रेफर किया गया है।
स्कूल संचालक अभिजीत झा ने शनिवार को बताया कि उनके हॉस्टल में 65 बच्चे रहकर पढ़ाई करते हैं और बीती रात सभी बच्चों को रोटी और परवल की सब्जी भोजन में दिया गया था।रात से ही बच्चों को पेट में दर्द हो रहा था, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर दवाइयां दी गई।लेकिन सुबह में 17 बच्चों ने पेटदर्द, उल्टी,दस्त और सिर दर्द की शिकायत की जिसके बाद कुर्साकांटा पीएचसी में सभी बीमार बच्चों को भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद 9 छात्रों की गंभीर हालत को देखते हुए इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। छात्रों के अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण अभिभावकों में हड़कंप मच गया है।
कुर्साकांटा पीएचसी में भर्ती बीमार बच्चों में विशेश्वर कुमार, रंजीत कुमार, दिलखुश कुमार, संजीव कुमार,शंकर कुमार, चांद कुमार, गौतम कुमार, माधव कुमार,सौरभ कुमार, राज कुमार, रूपक कुमार, प्रियांशु कुमार, आर्यन कुमार,रोशन कुमार,निशांत कुमार,कृष्ण कुमार और बमबम कुमार हैं।इनमें से जिन 9 बच्चों को रेफर किया गया उनमें विशेश्वर कुमार,रंजीत कुमार, दिलखुश कुमार,संजीव कुमार,शंकर कुमार,चांद कुमार,गौतम कुमार,माधव कुमार,सौरभ कुमार हैं।
आशा खबर / शिखा यादव