पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने कहा कि पिछले कई दिनों से चल रही बरसात से किसानों की फसल बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गई है। अब तक किसी ने किसानों की खेतों में जाकर नहीं देखा है। सरकार को चाहिए कि वो पटवारियों को भेजकर खेतों की गिरदावरी करवाई जाए और जिन किसानों की फसल का नुकसान हुआ है उनको मुआवजा देकर नुकसान की भरपाई की जाए। वे शनिवार को गांव किछाना में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस दौरान भाजपा सरकार पर शब्दों से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में आम से खास सभी वर्ग परेशान हैं। सरकार बंद कमरों में काम कर रही है। जो धरातल पर उलटे पड़ते हैं। सरकार ने परिवार पहचान पत्र तो तैयार करवा लिए। इससे पहले बनाने वालों को ट्रेनिंग नहीं दी। ऐसे में परिवार पहचान पत्रों में अनेकों प्रकार की खामियां रह गई। इसके बाद उन खामियों को दूर किए बिना ही सभी योजनाओं को परिवार पहचान पत्र से जोड़ दिया। ऐसे में हर विभाग में परिवार पहचान पत्र की खामी बड़ी समस्या बन गई।
उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र की वेरिफिकेशन के नाम पर प्रदेश के करीब चार लाख बुजुर्गों की पेंशन रोकी हुई है। जो बार-बार विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। जहां पर उन्हें ना तो कारण बताया जा रहा और ना ही समाधान का रास्ता दिखाया जा रहा है। ऐसे में बुजुर्गों को अपनी पेंशन पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि देवीलाल ने बुजुर्गों के लिए सम्मान भत्ता के तौर पर बुजुर्गों की पेंशन को शुरू किया था। जिसको भाजपा काटने पर तुली हुई है।
आशा खबर / शिखा यादव