तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल कर रहे जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासीन मलिक की तबीयत में अब सुधार है। गुरुवार शाम उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। तिहाड़ जेल प्रशासन ने उसे तुरंत राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने जेल प्रशासन को बताया कि फिलहाल उसकी हालत अब स्थिर है। जेल सूत्रों के अनुसार, डॉक्टरों की सलाह पर पिछले तीन दिन से पानी की कमी को दूर करने के लिए उसे आइवी फ्लूड की डोज दी गई थी।
जेल सूत्रों की माने तो तिहाड़ जेल में पिछले छह दिन से भूख हड़ताल कर रहे कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक को ड्रिप (नलियों) के जरिए तरल पदार्थ दिए जा रहा था।
मलिक ने रुबैया सईद के अपहरण से जुड़े मामले में जम्मू की कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने का अनुरोध किया था, लेकिन केंद्र सरकार से इस पर कोई जवाब नहीं मिलने पर उसने भूख हड़ताल शुरू कर दी। मलिक इस मामले में आरोपित है। मलिक शुक्रवार की सुबह से कुछ नहीं खा रहा था।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा 2017 में दर्ज आतंकवाद के वित्तपोषण के मामले में मलिक को 2019 की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए की विशेष कोर्ट ने गत मई में उसे सजा सुनाई थी।
रुबैया सईद का कथित तौर पर जेकेएलएफ के आतंकवादियों द्वारा अपहरण किया गया था। रुबैया को पांच दिन बाद 13 दिसंबर को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाया गया, लेकिन इसके बदले भाजपा द्वारा समर्थित तत्कालीन वीपी सिंह सरकार को जेकेएलएफ के पांच आतंकवादियों को रिहा करना पड़ा था।
आशा खबर / शिखा यादव