क्रिप्टो करेंसी मार्केट में मंगलवार को एक बार फिर गिरावट का रुख नजर आ रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की कीमत इस गिरावट की वजह से पिछले 1 सप्ताह के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी और इथेरियम ब्लॉकचेन से जुड़ी ईथर की कीमत में भी पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान करीब 7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
भारत में काम कर रहे क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज वजीर-एक्स के मुताबिक बिटकॉइन आज 21 हजार से लेकर 22 हजार डॉलर के दायरे में कारोबार कर रहा है। भारतीय समय के मुताबिक ग्लोबल मार्केट में सुबह 5 बजे बिटकॉइन पिछले 24 घंटे के सर्वोच्च स्तर 21,980 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रहा था। भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 12 बजे ये क्रिप्टो करेंसी सोमवार को खत्म हुए कारोबारी 24 घंटे की तुलना में करीब 4 प्रतिशत गिरकर 21,069 डॉलर के स्तर पर आ गई थी।
इसी तरह इथेरियम ब्लॉकचेन से जुड़ी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी ईथर पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान 7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,418 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही है। नवंबर 2021 के बाद से ईथर की कीमत में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। नवंबर 2011 में ईथर 4,878 डॉलर के सर्वोच्च स्तर पर कारोबार कर रहा था। उसके बाद के अगले 8 महीने के कारोबार के दौरान क्रिप्टो करेंसी मार्केट में आई गिरावट के कारण ईथर की कीमत में भी जोरदार कमजोरी आ गई है।
बिटकॉइन और ईथर के साथ ही दूसरी ज्यादातर क्रिप्टो करेंसी की कीमत में भी पिछले 24 घंटे के दौरान गिरावट का रुख बना रहा है। शीबा इनु में आज 6.5 प्रतिशत की कमजोरी नजर आ रही है। इसके अलावा छोटी क्रिप्टोकरेंसीज में से डोगेकॉइन, एक्सआरपी, यूनीस्वैप, स्टेलर, लाइटकॉइन, पॉलीगॉन, ट्रॉन, चेनलिंक, टीथर और बीएनबी में भी पिछले 24 घंटे के कारोबार के दौरान 2 से 10 प्रतिशत तक की कमजोरी दर्ज की गई है। दूसरी ओर एपेकॉइन, पोल्काडॉट और सोलाना में पिछले 24 घंटे के कारोबार में 2 से 4.5 प्रतिशत तक की तेजी बनी हुई है।
क्रिप्टो करेंसी बाजार में पिछले 24 घंटों के दौरान वैश्विक स्तर पर आई गिरावट के बावजूद ग्लोबल क्रिप्टो करेंसी मार्केट का मार्केट कैप अभी भी 1 ट्रिलियन डॉलर के ऊपर बना हुआ है। वजीर-एक्स के आंकड़ों के मुताबिक भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 12 बजे ग्लोबल क्रिप्टो करेंसी मार्केट का टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.01 ट्रिलियन डॉलर था।
मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का संकेत दिए जाने की वजह से वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो करेंसी बाजार में दबाव की स्थिति बन गई है। ज्यादातर निवेशक ब्याज दर बढ़ने की स्थिति में क्रिप्टो करेंसी मार्केट से अपना निवेश निकाल सकते हैं। इस आशंका की वजह से ही ज्यादातर क्रिप्टो करेंसीज में पिछले कुछ दिनों से ज्यादातर समय गिरावट का रुख बना हुआ नजर आ रहा है।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा