स्वास्थ्य महानिदेशालय से गलत तबादले की समीक्षा करके रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। अब तक 500 से अधिक आवेदन भेजे जा चुके हैं। अलग-अलग संवर्ग के इन आवेदनों में कहा गया है कि संबंधित व्यक्ति का तबादला करते वक्त नीति की अनदेखी की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने तबादले में हुई गलती को स्वीकार करते हुए सूची में संशोधन किया है। जिन डॉक्टरों का तबादला दो-दो जिलों में हुआ था, उनका एक जिले का तबादला निरस्त कर दिया गया है। डॉक्टरों ने इससे राहत की सांस ली है। इससे स्थानांतरण नीति के विरुद्ध हुए अन्य तबादलों में भी सुधार की उम्मीद है।
स्वास्थ्य विभाग में कई चिकित्सकों के तबादले दो-दो जिलों में कर दिए गए थे। चर्म रोग विशेषज्ञ शिवनारायण का तबादला आजमगढ़ और अंबेडकरनगर में किया गया था। अब उनका आजमगढ़ का तबादला निरस्त कर दिया गया है। डॉ. अनुराग प्रसाद का तबादला गाजीपुर और देवरिया में हुआ था। अब उन्हें गाजीपुर में कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है। डॉ. विजय कुमार का तबादला महराजगंज और बस्ती में हुआ था। इन्हें अब बस्ती में कार्य करने के आदेश दिए गए हैं। डॉ. राजेश कुमार का तबादला जौनपुर और मऊ किया गया था। जौनपुर का आदेश निरस्त कर दिया गया है। डॉ. जयेश कुमार का तबादला जालौन और हाथरस किया गया था, जिसमें जालौन का तबादला निरस्त कर दिया गया है। इसी तरह अन्य चिकित्सकों के दो जिलों में हुए तबादलों को दुरुस्त किया गया है।
महानिदेशालय से शासन को भेजी जा रही रिपोर्ट
स्वास्थ्य महानिदेशालय से गलत तबादले की समीक्षा करके रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। अब तक 500 से अधिक आवेदन भेजे जा चुके हैं। अलग-अलग संवर्ग के इन आवेदनों में कहा गया है कि संबंधित व्यक्ति का तबादला करते वक्त नीति की अनदेखी की गई है। किसी के दस्तावेज अपडेट नहीं होने से गलत तबादला हुआ है तो किसी ने खुद पूरी जानकारी नहीं दी थी। वहीं, प्रांतीय स्वास्थ्य सेवा एसोसिएशन ने भी ढाई सौ से अधिक चिकित्सकों के गलत तबादले के बारे में उप मुख्यमंत्री व विभाग के आला अफसरों को पत्र भेजा है।
आशा खबर / शिखा यादव