निर्वाचित पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया। उन्हें छत्तीसगढ़ से कुल 21 वोट मिले हैं। इनमें भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के तीन, बसपा के दो वोट के अतिरिक्त दो वोट मिले हैं।अर्थात कांग्रेस के दो विधायकों ने अपनी पार्टी लाइन से अलग हटकर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। इससे कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई है।
छत्तीसगढ़ के कुल 90 विधायको में कांग्रेस के 71 , भाजपा के 14 विधायक,जोगी कांग्रेस के तीन और बसपा के दो विधायक हैं । छत्तीसगढ़ में जोगी कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन किया था। भाजपा के 14 विधायकों के साथ जोगी कांग्रेस के तीन और बसपा के दो विधायकों को मिलाकर कुल 19 वोट हुए थे। पर छत्तीसगढ़ से द्रौपदी मुर्मू को 21 विधायकों के वोट मिले हैं।अर्थात कांग्रेस के दो विधायकों ने अपना वोट उन्हें दिया है।
राष्ट्रपति चुनाव के फार्मूले के मुताबिक यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 129 होता है। कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को छत्तीसगढ़ से 9 हजार 159 वोट मिलने चाहिए थे। लेकिन यशवंत सिन्हा को 8 हजार 901 वोट यानी केवल 69 विधायकों का समर्थन मिला। वहीं द्रोपदी मुर्मू को केवल 2 हजार 451 वोट मिलने थे। लेकिन मुर्मू को 2 हजार 709 वोट यानी 21 विधायकाें का समर्थन मिला।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल