प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (शुक्रवार) शाम होटल अशोक में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द को विदाई भोज देंगे। इस भोज में उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, मोदी मंत्रिपरिषद के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति कोविन्द देश की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गईं द्रौपदी मुर्मु के सम्मान में रविवार को रात्रिभोज देंगे। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री और विपक्ष के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।
समतावाद और अखंडता के पैरोकार देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द अब राष्ट्रपति भवन से विदाई लेने की तैयारी में हैं। 25 जुलाई, 2017 को राष्ट्रपति बने कोविन्द का कार्यकाल रविवार को पूरा होगा। दो वर्ष का समय कोविड महामारी में बीतने के बावजूद उनके कार्यकाल को कई अहम उपलब्धियों के लिए याद किया जाएगा।
शिक्षा को सामाजिक सशक्तीकरण का उपकरण बताने वाले कोविन्द राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की अधिक सक्रिय भागीदारी के समर्थक हैं। वंचित वर्गों, विशेष रूप से विकलांगों और अनाथों के लिए अधिक अवसर पैदा करने का आह्वान करते रहे हैं। कोविंद ने अपनी साधारण पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए कहा था कि वे एक छोटे से गांव में मिट्टी के घर में पले-बढ़े और राष्ट्रपति बनने तक की उनकी यात्रा लंबी रही है।
देश के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर उन्होनें 33 देशों की राजकीय यात्राएं की। मेडागास्कर, इक्वेटोरियल गिनी, इस्वातिनी, क्रोएशिया, बोलीविया और गिनी गणराज्य से सर्वोच्च राजकीय सम्मान प्राप्त हुआ।
2018 में दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र लद्दाख के सियाचिन में कुमार पोस्ट का दौरा किया। वे केआर नारायणन के बाद शीर्ष संवैधानिक पद पर काबिज होने वाले दूसरे दलित बने। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के परौंख गांव में मामूली परिवार में जन्मे कोविन्द ख्यातनाम वकील, सांसद और बिहार के राज्यपाल भी रहे हैं। कार्यकाल पूरा होने पर उनका नया आवास लुटियन जोन का ’12 जनपथ’ हो सकता है। इस बंगल में लंबे समय तक पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान रहे हैं।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल