लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार को सदन में विपक्षी हंगामें पर सख्त नजर आए। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों को नसीहत देते हुए कहा कि दोहरा रवैया नहीं चलेगा। सदन के बाहर किसान और महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी सदस्य बात करते हैं और सदन के भीतर चर्चा होने पर उसमें हिस्सा नहीं लेते।
सदन में सुबह 11 बजे प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल के सदस्य महंगाई के मुद्दे को लेकर सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। बिरला ने सदस्यों को शांत रहने की अपील की, किंतु उन्होंने अनसुना कर दिया।
सदस्यों के इस रवैये पर सख्ती दिखाते हुए बिरला ने कहा कि विपक्षी सदस्यों का सदन के भीतर और बाहर दोहरा रवैया नहीं चलेगा। सदन के बाहर किसान और महंगाई की बात करते हैं और सदन में इस बारे में बात नहीं करते।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले सत्र में उन्होंने सदन में महंगाई पर चर्चा करवाई थी। विपक्ष ने तब महंगाई पर चर्चा ही नहीं की। आज भी किसानों के मुद्दों पर प्रश्न लगाए हैं लेकिन विपक्ष सरकार से सवाल करने की जगह हंगामा कर रहा है ।
बिरला ने सदस्यों को आगाह किया कि सदन में तख्तियां लेकर आना नियमानुसार उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सदस्य सिर्फ हाथ में नियम की किताब नहीं रखें, उस किताब को पढ़ें और उसके मुताबिक आचरण करें।
आशा खबर / शिखा यादव