कलाकारों के 50 दल बुंदेलखंड की लोक कला का करेंगे प्रदर्शन
रंगीली रेत दर्शाएगी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, लोक संस्कृति का इतिहास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (शनिवार) जालौन के ग्राम कैथेरी में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे लोकार्पण करेंगे। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुंदेलखंड की चितेरी चित्रकला से सजे गमछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को भेंट करेंगे। इस गमछे को बुंदेलखंड के प्रसिद्ध चित्रकार रोहित विनायक ने तैयार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री मोदी को एक जिला एक उत्पाद के तहत कालपी के हस्तनिर्मित कागज में बुंदेली की चितेरी कला में बने सूर्य का चित्र स्मॄति चिह्न के रूप में भेंट करेंगे। सभा मंच के पीछे रंगीली रेत बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, बुंदेली संस्कृति व बुंदेलखंड के इतिहास को दर्शाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी जब अपने काफिले के साथ हेलीपैड से सभा मंच की तरफ जाएंगे तब सड़क के दोनों ओर बुंदेलखंड के 50 लोक कलाकारों के दल 50 मंचों में अपनी अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे होंगे। एक ओर बुंदेली कलाकार जहां राई नृत्य प्रस्तुत कर रहे होंगे, वहीं दूसरी तरफ आल्हा गायन हो रहा होगा। एक मंच पर बहरूपिया पार्टी होगी तो दूसरे मंच पर बुंदेलखंड का प्रसिद्ध बधाई नृत्य। इसी तरह ढिमरयाई,पाई, झंडा,दिल दिल घोड़ी के नृत्य के साथ साथ एक मंच पर होली की फाग हो रही होगी।दूसरे मंच पर कलाकार बुंदेलखंड का प्रसिद्ध दिवारी नृत्य प्रस्तुत कर रहे होंगे। प्रधानमंत्री और राज्यपाल समेत मुख्यमंत्री इन सभी कलाकारों की कला को निहारते हुए सभा मंच तक जाएंगे।
वाराणसी के कलाकारों ने मंच के पीछे की तरफ रेत को विविध रंगों से रंग कर इस एक्सप्रेस-वे के बीच में पड़ने वाले जिलों की कला और संस्कृति को धरोहर के रूप में प्रस्तुत किया है। इनमें महारानी लक्ष्मी बाई का ऐतिहासिक किला,महोबा के प्रसिद्ध लड़ाके आल्हा ऊदल, कालिंजर का किला सहित कालपी के वेदव्यास मंदिर आदि शामिल हैं। यह सब झांसी मंडल के आयुक्त अजय शंकर पांडे, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी तथा जिलाधिकारी चांदनी सिंह की परिकल्पना का नतीजा है।