आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 75 छोटे राज्यों के गठन की मांग
कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक आशीष देशमुख ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर 15 अगस्त को अलग विदर्भ राज्य घोषित करने का अनुरोध किया है। इस पत्र में आशीष देशमुख ने प्रधानमंत्री मोदी से देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 75 छोटे राज्यों का गठन किये जाने की मांग भी की है।
आशीष देशमुख ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि जब महाराष्ट्र का भाषाई आधार पर गठन किया गया था, उस समय राज्य की जनसंख्या सिर्फ साढ़े तीन करोड़ थी, यह अब बढ़कर 13.5 करोड़ हो गई है। अलग विदर्भ राज्य का गठन होने से इसका विकास किया जा सकेगा।
पत्र में उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और स्विट्जरलैंड की मिसाल देते हुए कहा कि उनके राज्यों की जनसंख्या उनके नागरिकों की अपेक्षा के अनुरूप है। नव स्थापित पड़ोसी राज्यों की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हो गई है। विदर्भ, हालांकि, बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। पत्र में कहा गया है कि विदर्भ में किसानों के मुद्दे, आत्महत्या, नए उद्योगों की कमी, सूचना प्रौद्योगिकी, सेवा क्षेत्रों में निवेश की कमी, औद्योगिक गिरावट, बेरोजगारी, नक्सलवाद, कुपोषण, पर्यटन विकास और खनिज संसाधनों के दुरुपयोग जैसे कई गंभीर मुद्दों को हमेशा नजरअंदाज किया जाता है।
देशमुख ने पत्र में कहा कि महाराष्ट्र की अपनी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और अगर राज्य अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता है तो विदर्भ की जरूरतों को महाराष्ट्र में कैसे पूरा किया जा सकता है, जिसकी आबादी एक अलग राज्य जितना है। देश के राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों के साथ भारत की विविधता को अपूर्ण और गलत तरीके से व्यक्त किया जा रहा है। आशीष देशमुख ने कहा कि 75 राज्यों में से प्रत्येक की आबादी दो करोड़ होनी चाहिए और प्रत्येक राज्य में लोकसभा में दस निर्वाचित प्रतिनिधि रहने चाहिए तथा चुनाव एक साथ होने चाहिए।
पत्र में कहा गया है, भारत का विकास सूचकांक बहुत कम है। उन्होंने कहा कि पत्र में विकास की दृष्टि से छोटे राज्यों की आवश्यकता को देखते हुए 15 अगस्त को पृथक राज्य विदर्भ बनाने का अनुरोध किया गया है। महाराष्ट्र राज्य से सटे छोटे-छोटे राज्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि विदर्भ जैसा समृद्ध क्षेत्र अभी भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल