शहर के रूपबास स्थित मंदिर में विवाह के बाद भगवान जगन्नाथ व जानकी मैया मंगलवार की शाम रथयात्रा में सवार होकर वापस देर रात सुभाष चौक स्थित जगन्नाथ मंदिर लौटे। इस रथयात्रा को देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा। छह किलोमीटर की इस रथ यात्रा को मंदिर तक पहुचने में करीब दस घण्टे लगे। रूपबास में जानकी मैया व जगन्नाथ भगवान को रथ में विराजमान किया जाएगा। इस अवसर पर पुलिस की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। भगवान की इस जोड़ी के दर्शन के लिए तथा आशीर्वाद लेने के लिए शहर सहित आसपास क्षेत्रों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए। घण्टे घड़ियालों की आवाज के साथ बैंड बाजे, डीजे, ताशे, प्याऊ, ऊंट, घोड़े, पट्टेबाज आदि रथयात्रा में शामिल थे। रथयात्रा के दौरान कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी रथयात्रा के दौरान तैनात रहे।
जगन्नाथ मेले के अवसर पर शहर में विभिन्न जगहों पर सामाजिक संगठनों, संस्थाओं की ओर से भण्डारे का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचे प्रसाद ग्रहण किया। इधर विभिन्न जगहों पर श्रद्धालुओं के लिए मीठे पानी व ठंडे पानी की प्याऊ भी लगाई गई है। गर्मी अधिक होने से दिनभर प्याऊ पर लोगों की भीड़ देखी गई।
आशा खबर / शिखा यादव