21 जुलाई से करेंगे धरना-प्रदर्शन
चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के उर्गम घाटी के तल्ला बडगिंडा तोक के 44 आपदा प्रभावित परिवारों का विस्थापन का मामला शासन स्तर पर लंबित पड़ा हुआ है। ग्रामीण दो साल से गांव के पास के ही विश्वकर्मा मंदिर में शरण लिये हुए हैं।
सोमवार को ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर पर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर 21 जुलाई तक विस्थापन की कार्रवाई पूरी करने की मांग की है अन्यथा ग्रामीण विश्वकर्मा मंदिर परिसर में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
उर्गम के जिला पंचायत सदस्य सूरज कुमार शैलानी, ग्राम प्रधान मिंकल देवी का कहना है कि 2013 की आपदा में उर्गम घाटी के तल्ला बडगिंडा तोक के नीचले भाग मे भूस्खलन होना शुरू हो गया था। जिससे यहां निवास कर रहे 44 परिवारों को यहां से विस्थापित किये जाने की बात की जा रही थी, लेकिन नौ साल बीत जाने के बाद भी अभी तक विस्थापन की कार्रवाई पूरी नहीं हो पायी है। उनका कहना है कि गांव के नीचे से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण अब यहां के परिवारों ने गांव को छोड़कर दो साल से नजदीक के ही विश्वकर्मा मंदिर में अपना आशियाना बनाया है, जिससे ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि हम प्रशासन से मांग कर रहे है कि शीघ्र ही ग्रामीणों को विस्थापित किया जाए अन्यथा आपदा प्रभावितों को मजबूरन विश्वकर्मा मंदिर परिसर में ही धरना देने को विवश होना पडेगा। यदि इसके बाद भी प्रशासन नहीं मानता है तो आमरण अनशन भी शुरू किया जाएगा।
ज्ञापन और प्रदर्शन करने वालों में जिला पंचायत सदस्य सूरज कुमार शैलानी, प्रधान मिंकल देवी, सुमित्रा देवी, बुद्धि लाल, महेंद्र, रमेश लाल आदि शामिल थे।
आशा खबर /शिखा यादव