कांग्रेस के बाद अब पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या की घटना को सेना में भर्ती संबंधी केंद्र सरकार की नवघोषित अग्निपथ योजना से जोड़ने की कोशिश की है।
पार्टी ने अपने मुखपत्र जागो बांग्ला में आलेख लिखा है, जिसमें जिक्र किया गया है कि शिंजो आबे को गोली मारने वाला तेत्सुआ यामागामी भी ठीक उसी तरह जापान की सेना में सेल्फ डिफेंस फोर्स (एसडीएफ) का जवान था जो बिना पेंशन रिटायर कर दिए जाते हैं। इसी तर्ज पर केंद्र सरकार ने भी अग्निपथ योजना की शुरुआत की है जिसमें केवल साढ़े चार साल की नौकरी के बाद बिना किसी पेंशन अथवा अन्य लाभ से सैनिकों को रिटायर कर दिया जाएगा। पार्टी ने कहा है कि आश्चर्य है कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को सेना की तरह सभी महत्वपूर्ण नियुक्तियों में शामिल किया जाएगा और बिना किसी सेवानिवृत्ति लाभ के उन्हें नौकरी से भी हटा दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने भी इसी तरह का बयान देते हुए दावा किया था कि जिस तरह शिंजो आबे की हत्या करने वाला जापानी सेना में सेल्फ डिफेंस फोर्स का सेवानिवृत्त जवान रहा है, उसी तरह की योजना अब केंद्र ने भारत में भी शुरू की है जो भविष्य में घातक हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि 15 जून को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अग्निपथ योजना के तहत ही सेना में भर्ती संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसके तहत भर्ती होने वाले जवानों में से 25 फ़ीसदी को ही सेना में स्थाई कमीशन मिलेगा जबकि बाकी को चार सालों के बाद बिना किसी सेवानिवृत्ति सुविधाओं के रिटायर कर दिया जाएगा।
आशा खबर/रेशमा सिंह पटेल