आम पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, लेकिन क्या आप जानती हैं कि इसकी गुठलियां भी आपकी सेहत के लिए कमाल कर सकती हैं।
एक पुरानी कहावत है, ‘आम के आम और गुठलियों के दाम’। इस कहावत का अर्थ भले ही गुठलियों को कम आंकना हो, पर आयुर्वेद ऐसा हरगिज नहीं मानता। बरसाें पुरानी भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में आम की गुठलियों को बहुत खास माना गया है। तो फिर देर किस बात की, तैयार हो जाइए आम की गुठलियों के 5 फायदे (5 benefits of mango seeds) जानने के लिए।
हेल्थशॉट्स ने आम की गुठलियों के फायदे जानने के लिए डाइटिशियन काजल वट्टमवार और हेल्दी स्टेडी गो की सह-संस्थापक बुशरा कुरैशी से बात की। इन्होंने हमें आम की गुठली के कुछ दिलचस्प पहलुओं के बारे में हमें बताया।
आम की गुठलियों को फेंकने से पहले जान लें इसके 5 फायदे
आम के बीज की गुठली को पॉलीफेनोल्स का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसमें कैंपेस्टरोल, सिटोस्टेरॉल और टोकोफेरोल के रूप में फाइटोस्टेरॉल पाया जाता है। आम की गुठली को फैट और प्रोटीन की उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ हाई लेवल के नेचुरल एंटीऑक्सिडेंट के कारण फंक्शनल फूड, एंटी माइक्रोबियल कंपाउंड और सौंदर्य प्रसाधनों के लिए एक संभावित घटक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
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हेल्दी फैट्स का अच्छा स्रोत
काजल वट्टमवार कहती हैं, “आम के बीज में ट्रांस फैटी एसिड से मुक्त अनसैचुरेटेड फैटी एसिड से समृद्ध लिपिड प्रोफाइल होता है। इन फैट्स की भौतिक और रासायनिक विशेषताएं हैं। कई प्रायोगिक अध्ययनों ने आम के बीज से निकाले गए तेलों को कई तरह के उत्पादों में भी इस्तेमाल किया है।”
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प्राकृतिक एंटीबायोटिक
यह एंटी-फंगल है और इसमें प्रचुर मात्रा में प्रभावी नेचुरल एंटीबायोटिक मौजूद है। इसका उपयोग फूड इंडस्ट्री में बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होने वाले फूड प्वॉइजनिंग और इंफेक्शन को दूर करने के लिए किया जा सकता है।
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पाचन में सहायक
कुरैशी बताती हैं, “जीवाणुरोधी गुणों और फाइबर के कारण, आम के बीज पाचन में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही आम के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पर्याप्त मात्रा में सेवन करने पर वजन घटाने में मदद कर सकते हैं।
आयुर्वेद में विभिन्न प्रयोजनों के लिए आम के बीज के तेल और पाउडर का उपयोग किया जाता रहा है। कई आयुर्वेदिक रिट्रीट आम के बीज के तेल का उपयोग हेयर ऑयल या मॉइस्चराइजर के रूप में करते हैं।
तो आप कैसे कर सकती हैं आम की गुठली का इस्तेमाल
वट्टमवार एक क्विक रेसिपी के बारे में बताती हैं, “आम के बीजों का सेवन करने का हमारा पसंदीदा तरीका मुखवास (माउथ फ्रेशनर) बनाना है! ये पाचन में सहायता करते हैं। इसलिए इसे अपने भोजन के ठीक बाद मुखवास के रूप में खाया जा सकता है। इसके लिए बीज को सुखा लें।
प्रेशर कुक करें और अंदर के बीज निकाल लें। इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। घी और नमक में भूनें। लीजिए कई स्वास्थ्य लाभ वाला आम के बीज का मुखवास तैयार है।”
आशा खबर/रेशमा सिंह पटेल