बिहार के बेगूसराय में विगत दो दिनों से आग का कहर बरप रहा है। बीती रात भी तेघड़ा अंचल क्षेत्र में गंगा नदी के कटाव से विस्थापित हुए मोहल्ले में भीषण आग लगने से एक बच्चे की जहां झुलस कर मौत हो गई, वहीं आग बुझाने के दौरान कई लोग चोटिल हुए। लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद भी 15 से अधिक घर जलकर राख हो गया है।
रात में घर जलने के बाद गुरुवार सुबह दस बजे तक प्रशासनिक स्तर से कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पीड़ित परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि गंगा नदी के कटाव से पीड़ित दो सौ से अधिक परिवार गुप्ता-लखमीनियां बांध के किनारे निपानिया गांव के समीप अस्थाई आवास बनाकर वर्षों से रह रहे हैं। बुधवार की रात खाना बनाने के दौरान अचानक ही सत्य नारायण दास के घर में गैस सिलेंडर विस्फोट होने से आग लग गया।
भयंकर विस्फोट के साथ आग लगते ही लोग घर को छोड़कर बाहर दौड़ पड़े। लेकिन घर में सोए बच्चे का याद नहीं रहा, कुछ देर के बाद इस ओर ध्यान गया तो लोग आग बुझाने का प्रयास करते हुए सत्य नारायण दास के घर की ओर दौड़े, लेकिन तब तक घर में झूला पर सोए रुपेश दास के पुत्र की झुलस कर मौत हो चुकी थी।
स्थानीय ग्रामीणों ने पंपसेट एवं चापाकल के सहारे आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन असफल हो गया। इस दौरान पुलिस एवं अग्निशमन विभाग को भी सूचना दी गई। करीब एक घंटे बाद जब तक अग्निशमन विभाग और प्रशासन की टीम पहुंची तो स्थिति काफी विकराल हो चुकी थी। लगातार सिलेंडर विस्फोट से धरती हिल रही थी तो वहीं तो स्थिति विकराल होती जा रही थी।
लोगों के प्रयास से दमकल कर्मियों द्वारा आग पर काबू पाया गया, लेकिन घर में रखा कपड़ा, अनाज, कागजात, गहना सहित सब सामान जलकर राख हो गया है। जिसके कारण पीड़ित परिवार के एक सौ लोगों के समक्ष भोजन और इस भीषण गर्मी में छांव की परेशानी हो गई है। पीड़ित परिवार में कोहराम मचा है, लोगों ने शासन-प्रशासन से तत्काल अस्थाई आवास, भोजन और कपड़ा आदि की व्यवस्था करने की गुहार लगाई है।