प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आने के पहले बुधवार देर शाम शहर में आये केन्द्रीय मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने रात में ही रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे।
बताते चले शिक्षा मंत्रालय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन- अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन कर प्रधानमंत्री भारतीय ज्ञान पद्धति को भी शिक्षा का मुख्य हिस्सा बनाने के साथ नई शिक्षा नीति को लेकर अपनी बात रखेंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति मसौदा समिति के अध्यक्ष प्रो. के. कस्तूरीरंगन का भी सम्बोधन होगा। यूजीसी चेयरमैन प्रो. एम. जगदीश कुमार ने पत्रकारों को बताया कि तीन दिवसीय ‘राष्ट्रीय शिक्षा समागम’ नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए मील का पत्थर होगा। नई नीति के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं। एक तरफ जहां भारतीय शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण पर फोकस है तो दूसरी तरफ भारतीय ज्ञान पद्धति को भी शिक्षा का मुख्य हिस्सा बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में ऐसी व्यवस्था की गई है कि जो छात्र मेरिट पर किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं पा रहे हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि उनमें योग्यता नहीं है। उनके लिए यूजीसी ने डिजिटल विश्वविद्यालय की योजना बनाई है। जनवरी 2023 से डिजिटल विश्वविद्यालय अस्तित्व में आ जाएगा। यहां से मिलने वाली डिग्री और डिप्लोमा भी देशभर के विभिन्न केंद्रीय और राज्य विश्वविद्यालयों की डिग्री के समकक्ष होगी। किसी भी उम्र का व्यक्ति देश के किसी भी कोने से अपनी सुविधानुसार अध्ययन कर सकता है।
आशा खबर / शिखा यादव