भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने बयान जारी कर कहा कि, कांग्रेस के चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी द्वारा सत्ता में वापसी की जो बातें की गई, वह उस राजस्थान में की गई जहां 2023 में कांग्रेस हमेशा के लिए सत्ता से बाहर होने वाली है और छत्तीसगढ़ भी कांग्रेस मुक्त हो जाएगा।
तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार व जातिवाद की राजनीति के कारण कांग्रेस देश और प्रदेश के लोगों का पूरी तरह भरोसा खो चुकी है, कांग्रेस के लिए अब किसी भी राज्य और देश में सत्ता वापसी तो दूर अपना अस्तित्व बचाना ही बड़ी चुनौती है, क्योंकि कांग्रेस ने 50-55 सालों तक शासन करने के दौरान लूट, झूठ और तुष्टीकरण के अलावा कुछ नहीं किया।
अराजकता और जातिवाद की राजनीति करने वाली कांग्रेस को देश की जनता ने सत्ता से दूर कर सबक सिखा दिया और अब देश की जनता भाजपा के राष्ट्रवाद के विचार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के साथ मजबूती से खड़ी है, जो कांग्रेस को हजम नहीं हो रहा है।
बेहतर होता कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में सोनिया गांधी और राहुल गांधी अशोक गहलोत से किसान कर्जमाफी का वादा पूरा करवाने की हिम्मत दिखाते, लेकिन कांग्रेस सरकार ने राजस्थान के किसानों के साथ फिर बड़ा धोखा किया है, चिंतन शिविर गांधी परिवार के गुणगान तक ही सीमित रहा।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार और कांग्रेस पार्टी में इस तरह के कई घटनाक्रम हुए कि अपने पीसीसी चीफ, डिप्टी सीएम व विधायकों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करना पड़ा, मुख्यमंत्री ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए लगातार जो काम किये, उसमें उन्होंने विधायकों को लूटने की छूट दी और इसी तरीके से विकृतियों की छूट दी।
कांग्रेस के किसी विधायक के बेटे पर गैंगरेप का आरोप लगता है तो उस मामले की निरपेक्ष जांच के बजाय एफआर लग जाती है, इस मामले का बदला लेने के लिए 300 साल पुराने भगवान शिव मंदिर को ढहा दिया जाता है।
कांग्रेस सरकार में किसी मंत्री के बेटे पर दुष्कर्म के आरोप लगते हैं तो इस मामले पर मुख्यमंत्री उदारता के साथ आगे आकर उदाहरण पेश करते और मामले में कार्रवाई होती तो लोग उन पर भरोसा कर पाते, लेकिन मुख्यमंत्री ने भरोसा खो दिया है।
एक विधायक को मजबूरी में गिरफ्तार करना पड़ा, एक लंबा समय लगा, इस कांग्रेस सरकार में अधिकारियों को पीटने की और प्रताड़ित करने की छूट मिली है, महिलाओं के प्रति अनाचार बढ़े हैं। कांग्रेस राजस्थान में अब जिस रास्ते चल रही है, वह बर्बादी का रास्ता है, कांग्रेस में नैतिकता व ईमान नहीं बचा है, इसका कोई दोषी है तो राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं।