सरकार से 50 रुपये प्रति गाय प्रतिदिन अनुदान देने की मांग
गौशालाओं में चारे की कमी और सरकार से अनुदान कम मिलने के विरोध में सोमवार को जिलेभर की गौशालाओं के संचालकों ने फतेहाबाद लघु सचिवालय के बाहर धरना शुरू कर दिया। यह धरना 8 जुलाई तक जारी रहेगा। गौशाला संचालक यहां पांच दिन धरने पर बैठेंगे और 5वें दिन प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे। गौशाला संचालकों ने चेतावनी दी कि इसके बाद उनकी सुनवाई न होने पर वे गौशालाओं से गायों को यहां छोड़ देंगे और चाबियां प्रशासन को दे देंगे।
गौशाला संघ फतेहाबाद के कार्यकारी प्रधान अशोक भूकर ने बताया कि सरकार द्वारा गौशालाओं को प्रतिदिन प्रति गाय 76 पैसे ही अनुदान दिया जा रहा है, जिससे उनका गुजारा नहीं हो रहा। प्रत्येक गाय एक बार में 10 किलो सूखा चारा और 5 किलो हरा चारा खाती है। अब तूड़ी का दाम 1 हजार प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है, जिससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है 76 पैसे में गुजारा कैसे हो। उन्होंने मांग की कि गौशालाओं को 76 पैसे नहीं बल्कि 50 रुपये प्रति गाय प्रतिदिन अनुदान दिया जाए। उन्होंने कहा कि समाजसेवी लोगों के सहारे गौशालाएं चल रही हैं।
तूड़ी महंगी होने पर लोग गौवंश को सड़कों पर छोड़ देते हैं, जब गायों को सड़कों पर देखते हैं तो समाजसेवी गौशालाओं से सवाल करते हैं। बढ़ती महंगाई के कारण गौशाला संचालन में उन्हें बहुत समस्याएं आ रही हैं, जिन्हें सरकार सुनकर हल करे। इस अवसर पर राजबीर सिंह, कृष्ण भांभू, विनोद तायल, मुकेश दहिया, सतबीर सिंह गोदारा, संदीप बिश्नोई सहित जिले की अनेक गौशालाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।