क्या आप जानती हैं कि सत्तू के पराठे को मकुनी भी कहते हैं और सत्तू और कुछ नहीं बल्कि भुने हुए चने की दाल का आटा ही है? बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े चाव से खाए जाने वाले सत्तू से पूर्वांचल में कई व्यंजन बनाए जाते हैं। अपने पौष्टिक गुणों के कारण सत्तू अब दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहा है। यही वजह है कि लोग सत्तू के पराठे को हेल्दी ब्रेकफास्ट के तौर पर अपनी दिनचर्या में शामिल करने लगे हैं।
आटे के लिए (for the dough)
3 कप गेहूं का आटा, 1 कप गुनगुना पानी, 1 बड़ा चम्मच तेल
स्टफिंग के लिए सामग्री (ingredients for stuffing)
2 कप भुना हुआ बेसन (सत्तू), 2 प्याज बारीक कटा हुआ, 3 हरी मिर्च बारीक कटी हुई, 6 कली लहसुन बारीक कटा हुआ, 1 इंच अदरक बारीक कटा हुआ या कद्दूकस किया हुआ, 2 चम्मच काला जीरा या कलौंजी, 3 बड़े चम्मच हरा धनिया कटा हुआ, 1 बड़ा चम्मच सरसों का तेल, 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस, 2 बड़े चम्मच आम का अचार मैश किया हुआ, घी , तेल या बटर पराठे सेंकने के लिए।
स्टेप 1 : पहले तैयार करें आटा
गरमा गरम सत्तू का पराठा बनाने के लिये स्टफिंग की सभी सामग्री को एक साथ मिला लीजिये। आटा ऐसा गूंथे जो पूरी के लिए लगाए जाने वाले आटे से मुलायम और रोटी वाले आटे से कुछ ज़्यादा कड़ा हो। अच्छी तरह से गूंथे हुए नरम आटे से नरम परांठे बनते हैं। स्टफिंग तैयार होने तक गीले मलमल के कपड़े से इसे ढककर रख दें।
स्टेप 2 : ऐसे बनाएं स्टफिंग
स्टफिंग की सारी सामग्री को एक साथ मिला लें। अगर मिश्रण बहुत ज्यादा सूखा लगे तो थोड़ा गर्म पानी छिड़कें और अच्छी तरह मिला लें।
स्टेप 3 : लोई बनाएं
आटे को छोटे बॉल्स में बांट लें और प्रत्येक बॉल को थोड़ा बेल लें, उस पर थोड़ा सा घी/तेल फैलाएं और बीच में 2 टेबलस्पून फिलिंग रखें, चारों तरफ से ढककर पराठे को 1/2 इंच मोटा बेल लें।
स्टेप 4 : इस तरह सेंकें
तवा गरम करें और तवे पर घी/तेल की कुछ बूंदें डालें। पराठे को बारी-बारी से दोनों तरफ से सुनहरा होने तक पका लें। आपका सत्तू पराठा तैयार है। बाकी पराठों को बनाने के लिए भी यही प्रक्रिया दोहराएं।