राजस्थान के उदयपुर में गत मंगलवार को एक दर्जी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने माहौल खराब करने के लिए वारदात का वीडियो और इसके बाद भड़काऊ बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। पूरी घटना को देखते हुए दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने इस बुधवार को की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
इमाम बुखारी ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि रियाज और गौस नाम के दो व्यक्तियों द्वारा कन्हैया लाल नाम के एक व्यक्ति की हत्या करना एक अमानवीय घटना है। इतना ही नहीं, यह पवित्र पैगंबर के नाम पर न केवल कायरता का कार्य है, बल्कि इस्लाम के खिलाफ, गैरकानूनी और अमानवीय भी है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “मैं स्वयं और भारत के मुसलमानों की ओर से इस कृत्य की घोर निंदा करता हूं। इस्लाम शांति का धर्म है। अल्लाह के नबी का जीवन करुणा, सहिष्णुता, उदारता और मानवतावाद के कई उदाहरणों से भरा है। यदि इस बर्बर कृत्य को करने वाले लोगों ने पैगंबर के जीवन और चरित्र का अध्ययन किया होता और वे कुरान और शरीयत की भावना से अच्छी तरह वाकिफ होते, तो वे जघन्य अपराध नहीं करते।”