देश के दूर-दराज क्षेत्रों तक पहुंचा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक : अश्विनी वैष्णव
– आठ अलग-अलग श्रेणियों में मेघदूत पुरस्कार किए प्रदान
केंद्रीय संचार, रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने मंगलवार को यहां डाक कर्मयोगी ई-लर्निंग पोर्टल लॉन्च किया। पोर्टल का उद्देश्य देश में डाक विभाग के लगभग 4 लाख कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह भारतीय डाक कर्मचारियों के कार्यों में दक्षता लाएगा और उन्हें एक साधारण कर्मचारी से एक कर्मयोगी में बदल देगा।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मिशन कर्मयोगी के तहत रेलवे में अब तक 80 हजार कर्मयोगियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके अलावा डाक विभाग में भी मिशन कर्मयोगी के अच्छे परिणाम आ रहे हैं। डेढ़ दशक पहले डाक विभाग के भविष्य को लेकर अनिश्चितता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय ऐसी परिस्थिति थी कि डाक विभाग का भविष्य क्या होगा इस पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ था। कूरियर, ई-मेल और व्हाटसअप के युग में डाक विभाग का क्या होगा। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आते ही 2014 में परिस्थितियां बदलीं। उन्होंने आगे कहा कि डीबीटी की 40 योजनाओं की डिलीवरी डाक विभाग के माध्यम से हो रही है। इसके अलावा दूसरा बड़ा बदलाव डाक घर को बैंक बनाने का रहा। देश के दूर-दराज क्षेत्रों तक जहां अभी तक आम बैंक नहीं पहुंचे थे वहां इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) पहुंचा है। उल्लेखनीय है कि सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका शुभारंभ किया था।
इस पोर्टल को ‘मिशन कर्मयोगी’ की दृष्टि के तहत ‘इन-हाउस’ विकसित किया गया है। यह एक एंटरएक्टिव बहुभाषी पोर्टल है। इसे 12 भाषाओं में बनाया गया है। पोर्टल पर ग्रामीण डाक सेवकों को ऑनलाइन और मिश्रित परिसर मोड में सेल्फ लर्निंग वीडियो मिलेंगे। इसके माध्यम से वे सेवाओं को और बेहतर करने के तरीके सीखेंगे। सीखे गये प्रत्येक मॉड्यूल के लिए उन्हें प्रमाणपत्र भी मिलेगा।
डाक विभाग के कर्मचारियों के अच्छे प्रदर्शन को पहचानने और उन्हें अपने अच्छे काम को बनाए रखने या सुधारने के लिए प्रेरित करने के लिए कार्यक्रम के दौरान अश्विनी वैष्णव और देवुसिंह चौहान ने आठ अलग-अलग श्रेणियों में मेघदूत पुरस्कार भी प्रदान किए गए।