नलकूपों पर मीटर लगाने का विरोध तेज हो गया है। सोमवार को भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मेरठ स्थित मुख्यालय ऊर्जा भवन को घेर लिया। किसानों ने पावर अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और किसी भी कीमत पर उत्पीड़न सहन नहीं करने की बात कही।
नलकूपों पर मीटर लगाने के विरोध में भाकियू ने सोमवार को मेरठ में ऊर्जा भवन पर धरना दिया। इस धरने में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत और युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत भी पहुंचे। भाकियू कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और किसानों का उत्पीड़न सहन नहीं करने का ऐलान किया। बड़ी संख्या में किसान अपने नलकूपों पर लगाए गए मीटर उखाड़ कर धरने में पहुंचे। धरने में नरेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा में किसानों का बिजली बिल 250 रुपए आ रहा है। उप्र में किसान इतना महंगा बिजली बिल चुकाने की हालत में नहीं है। ऐसे में किसानों की बिजली को सस्ता किया जाए। उनके नलकूपों से मीटर हटाए जाए। उन्होंने कहा कि उनका भाजपा से कोई विरोध नहीं है। उनका विरोध भाजपा की किसान और मजदूर विरोधी नीतियों से है। अग्निपथ योजना युवाओं के सपने तोड़ने वाली है। इसका आखिरी दम तक विरोध किया जाएगा।
धरना स्थल पर किसानों ने कहा कि पहले सरकार बोली कि किसानों को मुफ्त बिजली दी जाएगी, अब मीटर लगाए जा रहे हैं। जिसे किसान किसी भी हालत में सहन नहीं करेंगे। अगर मीटर लगाए तो किसान उन्हें उखाड़ कर एसडीओ को वापस करेंगे। इन मीटरों से अनापशनाप बिल आ रहे हैं। रात में पुलिस के साथ बिजली विभाग की छापेमारी का भी विरोध किया जाएगा। अब आरपार की जंग होगी।