खासकर छत्रगलां और गंदोह के बलेसा के जंगली इलाकों में सेना, पुलिस और एसओजी संयुक्त तलाशी अभियान चला रही है।
डोडा जिले में बुधवार को 24 घंटे के भीतर हुए दो आतंकी हमलों के बाद पूरे इलाके की सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर दी है। खासकर छत्रगलां और गंदोह के बलेसा के जंगली इलाकों में सेना, पुलिस और एसओजी संयुक्त तलाशी अभियान चला रही है। हालांकि अभी तक किसी भी आतंकी के पकड़े जाने की सूचना नहीं है, लेकिन आतंकियों द्वारा इस्तेमाल की गई कुछ सामग्री पुलिस के हाथ जरूर लगी है। आतंकी घने जंगलों की आड़ ले रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ स्थलों पर तीन से चार आतंकी छिपे होने की आशंका है।
मंगलवार की देर रात छत्रगलां में भद्रवाह-पठानकोट हाईवे पर सेना और पुलिस के संयुक्त नाके व चेक पोस्ट पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इसमें सेना के पांच जवान व एक एसपीओ घायल हो गया। लगभग एक घंटा चली मुठभेड़ के दौरान आतंकी अंधेरे की आड़ में जंगलों में छिप गए। इसके बाद बुधवार रात करीब नौ बजे छत्रगलां से 50 से 60 किलोमीटर की दूरी पर डोडा के गंदोह के बलेसा इलाके में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इसमें भी एक एसओजी का जवान घायल हुआ है। गंदोह इलाके में मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों को आतंकियों द्वारा की गई फायरिंग के खोखे, दिशा का पता लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कंपास और एक तौलिया बरामद हुआ है।
दोनों मुठभेड़ स्थलों पर आतंकियों की तलाश के लिए ड्रोन, हेलीकॉप्टर सहित खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। सूत्रों के अनुसार, गंदोह में बरामद हुए गोलियों के खोखे रियासी के पौनी में श्रद्धालुओं पर की गई फायरिंग के बाद बरामद हुए खोखो से मेल खाते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कठुआ, रियासी व डोडा में मौजूद आतंकियों के पास एक ही किस्म के हथियार हैं। जिसमें एम4 राइफल भी शामिल है।
दोनों इलाकों में संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। घने जंगल व क्षेत्रफल काफी फैला होने की वजह से सर्च ऑपरेशन अभी लंबा चल सकता है। छत्रगलां में भी दो से तीन आतंकियों के होने की आशंका है, जबकि गंदोह में भी तीन से चार आतंकी ही छुपे हुए हैं। आतंकी किस संगठन से जुड़े हुए हैं, इसकी जांच की जा रही है।
डुडू और बसंतगढ़ के जंगली इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज
उधमपुर जिले के डुडू व बसंतगढ़ के जंगली इलाकों में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन तेज करते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी है। क्षेत्र में आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस क्षेत्र में करीब 23 पूर्व आतंकी हैं, जो जेलों में सजा काटकर आए हैं। बसंतगढ़ के चोचरू गला में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना है, लेकिन इस क्षेत्र में घना जंगल होने के कारण आतंकी छिपकर बैठे हैं।
हालांकि सुरक्षाबलों ने इलाके के सभी रास्तों की घेराबंदी कर रखी है, ताकि दहशतगर्द जहां से बाहर न जा सकेें और उनका खात्मा किया जा सके। एसडीपीओ रामनगर मंजीत सिंह ने बताया कि बसंतगढ़ क्षेत्र में रह रहे पूर्व आतंकियों को थाने में हाजिरी के लिए सुबह बुलाया जाता है और शाम को उन्हें छोड़ा जाता है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में 23 के करीब पूर्व आतंकी हैं, जो जेलों में सजा पूरी करके आए हैं। उन पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। संवाद