जिले के तीन विकासखंडों की कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं को जल्द ही छात्रावास की सौगात मिलेगी। विभाग की माने तो अभी ये पूरा नहीं हो सके हैं। इनकी फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो माह के अंत तक इसके हैंडओवर हो जाने की उम्मीद है।
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्रम में जिले के सोलह में से चौदह विकासखंडों में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की स्थापना की गई है। इनमें कक्षा छह से आठ तक की छात्राओं को मुफ्त आवासीय शिक्षा दी जा रही है। आठवीं उत्तीर्ण करने के बाद रहने आदि की समस्या होने के कारण कई छात्राएं आगे की शिक्षा से वंचित हो जाती थीं। उनकी इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इंटर तक की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विद्यालयों का उच्चीकरण कराया जा रहा है। इसके तहत जिले के कई विकासखंडों में छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। करीब एक करोड़ 77 लाख की लागत से इनका निर्माण होना है। सादात, मरदह में हाॅस्टल एवं कासिमाबाद में हाॅस्टल के साथ ही एकेडमिक ब्लाॅक का निर्माण हो रहा है। विभाग की मानें तो इसको अब तक पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन नहीं हो सका। इस समय इनमें रंगाई-पुताई आदि का कार्य चल रहा है।
इस संबंध में जिला समन्वयक बालिका शिक्षा अमित कुमार राय ने बताया कि कार्यदायी संस्था की ओर से इस माह के मध्य तक हैंडओवर करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी कुछ कार्य चल रहे हैं। माह के अंत तक हैंडओवर होने के बाद तकनीकी टीम की ओर से इसकी जांच की जाएगी।