प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन से अयोध्या धाम की कुल दूरी 160 किलोमीटर है। इस रूट पर अभी प्रयागराज जंक्शन से फाफामऊ जंक्शन तक ही रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण है। फाफामऊ से अयोध्या धाम के बीच कुल 151 किमी रेलमार्ग का दोहरीकरण किया जाना है।
संगमनगरी से रामनगरी का सफर अब और छोटा हो जाएगा। इन दोनों ही शहरों को जोड़ने वाली रेललाइन के दोहरीकरण का निर्णय रेलवे प्रशासन द्वारा लिया गया है। प्रयागराज से अयोध्या धाम के बीच रेल ट्रैक दोहरीकरण का कार्य इसी वर्ष शुरू भी हो जाएगा। दोहरीकरण का कार्य होने के बाद ट्रेन द्वारा तकरीबन तीन से साढ़े तीन घंटे में ही अयोध्या पहुंचा जा सकेगा।
प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन से अयोध्या धाम की कुल दूरी 160 किलोमीटर है। इस रूट पर अभी प्रयागराज जंक्शन से फाफामऊ जंक्शन तक ही रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण है। फाफामऊ से अयोध्या धाम के बीच कुल 151 किमी रेलमार्ग का दोहरीकरण किया जाना है। वर्ष 2022 में ही प्रयागराज से अयोध्या के बीच रेल विद्युतीकरण का कार्य केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज द्वारा किया गया था। वर्तमान समय प्रयागराज से अयोध्या के बीच कुल पांच ट्रेनें संचालित हैं।
यह सभी ट्रेनें साढ़े चार से साढ़े पांच घंटे का वक्त अयोध्या पहुंचने में लेती है, लेकिन दोहरीकरण के बाद यह सफर तीन से साढ़े तीन घंटे में पूरा हो सकेगा। दरअसल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद ही अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। इसी वजह से रेल मंत्रालय ने तय किया है प्रयागराज-प्रतापगढ़-सुल्तानपुर-अयोध्या रेलमार्ग का दोहरीकरण हो। बृहस्पतिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम रेल बजट पेश करने के बाद वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए मीडिया से रूबरू हुए रेलमंत्री ने बताया कि अयोध्या से प्रयागराज तक के रेलमार्ग का दोहरीकरण किया जाएगा। यह कार्य इसी वर्ष शुरू हो जाएगा।
दस वर्ष में तैयार किए 1377 रेल ओवर ब्रिज एवं अंडर पास
मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में जीएम एनसीआर रविंद्र गोयल, डीआरएम हिमांशु बडोनी आदि अफसरों एवं मीडिया कर्मियों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेसिंग में रेलमंत्री ने बताया कि यूपीए शासनकाल में वर्ष 2009-14 के दौरान यूपी को हर वर्ष रेलवे के लिए 1109 करोड़ रुपये ही मिलते थी। उसकी तुलना में वित्तीय वर्ष 2024-25 में मोदी सरकार ने यूपी में चल रहे विभिन्न कार्य के लिए 19525 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। यहां बीते दस वर्ष में 1377 रेल ओवर ब्रिज, अंडर पास का निर्माण हुआ है। प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ समेत प्रदेश के 157 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इसके अलावा 142 स्टेशन पर वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट के तहत स्थानीय उत्पादों को बेचा जा रहा है। इसके पूर्व जीएम एनसीआर रविंद्र गोयल ने कवच को लेकर किए जा रहे कार्य के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मार्च 2024 तक एनसीआर के चुने गए 54 में से आठ स्टेशन अमृत स्टेशन के रूप में विकसित कर लिए जाएंगे। शेष अन्य स्टेशन दिसंबर 24 तक कंपलीट हो जाएंगे। इस अवसर पर सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला, सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय, सचिव जीएम अजय सिंह, डा. अमित मालवीय, अमित कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
सूबेदारगंज-सिकंदराबाद वीकली स्पेशल का रेलवे ने बढ़ाए फेरे
इसी तरह वापसी में गाड़ी संख्या 04122 सिकंदराबाद से प्रत्येक शनिवार दस फरवरी से 30 मार्च तक सुबह 4.30 बजे चलने के बाद अगले दिन सुबह दस बजे सूबेदारगंज पहुंच जाएगी। 22 कोच की इस ट्रेन में स्लीपर के आठ, एसी थ्री के सात, सामान्य श्रेणी के चार, एसी फर्स्ट कम एसी टू का एक एवं एसएलआर श्रेणी के कुल दो कोच रहेंगे।