शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पाचन का ठीक रहना जरूरी है और बेहतर पाचन के लिए जरूरी है कि आपका लिवर ठीक से काम करे। लिवर, शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है जो न सिर्फ पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने में मदद करता है साथ ही ये शरीर से अपशिष्ट या विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालता है। हालांकि कई कारणों से समय के साथ लोगों में लिवर से संबंधित बीमारियों का जोखिम काफी तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है।
पेट और आंतों से निकलने वाला सारा रक्त लिवर से होकर गुजरता है, जिसे ये अंग संसाधित करता है, उनका ब्रेक डाउन करके संतुलित करता है और पोषक तत्वों को शरीर में पहुंचाता है। जिसका मतलब है कि अगर लिवर में किसी प्रकार की बीमारी हो जाए तो इसका असर संपूर्ण स्वास्थ्य पर हो सकता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को लिवर को ठीक रखने के लिए जरूरी उपाय करते रहने की सलाह देते हैं।
लिवर की बीमारियों का खतरा
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लिवर एक मल्टीटास्कर अंग है हालांकि फैटी लिवर फाउंडेशन के अनुसार, लगभग हर तीन में से एक युवा में फैटी लिवर नामक बीमारी का खतरा देखा जा रहा है। लिवर में वसा के जमाव और सूजन की ये बीमारी लिवर के कार्यों को प्रभावित करने वाली हो सकती है। आहार विशेषज्ञ कहते हैं, इस अंग को स्वस्थ रखने में आहार की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आइए जानते हैं कि लिवर की सेहत ठीक रखने के लिए क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज बहुत जरूरी है?
लिवर को स्वस्थ रखने वाले आहार
सामान्य तौर पर, ऐसे आहार जिसमें प्रचुर मात्रा में रंगीन फल और सब्जियां, उच्च फाइबर वाली चीजें, साबुत अनाज, स्वस्थ वसा, लीन प्रोटीन और कैल्शियम युक्त डेयरी उत्पाद होती हैं, ये लिवर के साथ संपूर्ण शरीर के लिए फायदेमंद मानी जाती हैं। इसके अलावा अध्ययनों में संतुलित मात्रा में कॉफी के सेवन को भी लिवर के लिए लाभकारी पाया गया है।
नियमित रूप से सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (एनएएफएलडी) के खतरे को कम कर सकती है।
खाइए पत्तेदार सब्जियां और साग
पालक और अन्य पत्तेदार सब्जियों में पाए जाने वाले यौगिक फैटी लिवर के खतरे को कम करने के साथ लिवर की अन्य बीमारियों में भी लाभकारी हो सकते हैं।कि पालक खाने से विशेष रूप से एनएएफएलडी का खतरा कम हो सकता है, हरी पत्तेदार सब्जियों-साग में पाए जाने वाले नाइट्रेट और विशिष्ट पॉलीफेनोल्स के कारण लिवर के लिए फायदेमंद हो सकती हैं।
इसके अलावा फैटी मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है। ये पोषक तत्व लिवर में वसा को कम करने, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ने से रोकने में भी मददगार है।
ये चीजें पहुंचाती हैं नुकसान
डॉक्टर बताते हैं, शराब का सेवन लिवर की सेहत के लिए सबसे नुकसानदायक होता है। इससे फैटी लिवर के साथ-साथ लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का भी खतरा रहता है। इसके अलावा कैंडी, कुकीज, सोडा जैसे एडेड शुगर या फिर अधिक नमक वाली चीजें भी लीवर में वसा के निर्माण की मात्रा बढ़ा देती हैं, इनसे दूरी बनाकर रखना बहुत आवश्यक है। तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना भी लिवर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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