कभी काम के सिलसिले में तो कभी पार्टी के चलते तो कभी अन्य कारणों से हम अक्सर अपनी नींद को हल्के में ले लेते हैं. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो सतर्क हो जाए क्योंकि अधूरी नींद आपकी मेंटल हेल्थ के लिए खतरनाक है.
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शायद ही कोई व्यक्ति अपनी नींद पूरी कर पाता है. ज्यादातर व्यक्ति खुद बिजी लाइफ की वजह से अधूरी नींद लेते हैं. हमें लगता है हमें लगता है कि थोड़ी देर की नींद भी हमारे ब्रेन को रिफ्रेश कर सकती है, लेकिन ऐसा नहीं होता है. हर किसी व्यक्ति को अपनी आयु के अनुसार पर्याप्त नींद लेनी चाहिए. अगर हम अपनी पूरी नींद नहीं लेते हैं तो इसका असर सीधा हमारी मेंटल हेल्थ पर पड़ता है. अधूरी नींद बहुत से मानसिक विकारों का कारण बनती है.
अधूरी नींद क्यों खतरनाक?
पूरी नींद लेने से आपका ब्रेन सही तरीके से काम करता है. वहीं, अगर आप अधूरी नींद ले रहे हैं तो आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन, गुस्सा और थाकन रहती है. इसी के साथ, जब आपका ब्रेन सही तरीके से काम नहीं करता है आप कोई भी निर्णय सही से नहीं ले पाते. इसका असर आपकी प्रोफेशनल और पर्सनलाइफ पर पड़ता है. अधूरी नींद के चलते आप अपने करियर और अपनी पर्सनल लाइफ के रिश्तों को दाव पर लगा सकते हैं.
वहीं, अधूरी नींद आपके जीवन में स्ट्रेस को जोड़ती है. मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो अधूरी नींद व्यक्ति में एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी समस्या भी पैदा कर सकती है. अगर आप एक सफल और खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं तो आपको खुद की नींद का बहुत ध्यान रखना चाहिए. किस व्यक्ति को कितनी नींद लेनी चाहिए ये आपकी आयु पर निर्भर करता है. आइए जानते हैं आयु के हिसाब से व्यक्ति के लिए कितनी नींद जरूरी होती है.
4 महीने से 12 महीने के बच्चे के लिए 12 से 16 घंटे की नींद जरूरी होती है. वहीं, 1 से 2 साल के बच्चे के लिए 11 से 14 घंटे की नींद जरूरी होती है. तीन से पांच साल के बच्चों के लिए 10 से 13 घंटे की नींद आवश्यक होती है. 6 से 12 साल के बच्चों के लिए 9 से 12 घंटे की नींद जरूरी होती है. 13 से 18 साल के बच्चो के लिए 8 से 10 घंटे की नींद जरूरी होती है. वहीं, 18 साल से ऊपर की उम्र के लोगों के लिए 7 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है.