इस जीत में कुलदीप यादव भी गेमचेंजर साबित हुए। उन्होंने अपने शुरुआती आठ ओवर में 50 रन दिए थे और कोई विकेट नहीं लिया था। इसके बाद आखिरी दो ओवर में उन्होंने सिर्फ 11 रन दिए और मार्क चैपमैन का महत्वपूर्ण विकेट झटका।
भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में जगह बना ली है। टीम इंडिया ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में चार विकेट गंवाकर 397 रन बनाए। विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत ने यह मैच 70 रन से अपने नाम किया।
इस पूरे टूर्नामेंट में बस कुछ ही ऐसे मौकों पर हुआ कि भारतीय बल्लेबाजी कमजोर दिखी हो। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में भारत का शीर्षक्रम लड़खड़ा गया था। हालांकि, मध्यक्रम ने उसे संभाला था। इसके बाद से चाहे रोहित शर्मा हों या विराट कोहली या फिर श्रेयस अय्यर या केएल राहुल, सबने खूब रन बनाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ इस मैच में भी कुछ वैसा ही देखने को मिला।
रोहित ने शुरुआत में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और 29 गेंद में चार चौके और चार छक्के की मदद से 47 रन बनाए। उन्होंने भारत के रन रेट को सात तक पहुंचा दिया। उनके आउट होने के बाद शुभमन गिल ने भी आक्रामक पारी खेली। हालांकि, मुंबई की धूप और गर्मी की वजह से उन्हें क्रैंप आया और वह रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौट गए। ऐसा करने से पहले वह 66 गेंद में आठ चौके और तीन छक्के की मदद से 88 रन बना लिए थे और क्रैंप की वजह से शतक से चूक गए।
इसके बाद आखिरी 10 ओवर में भारत ने तीन विकेट जरूर गंवाए, लेकिन 110 रन भी बनाए। विराट ने नौ चौके और दो छक्के की मदद से 117 रन की पारी खेली। वहीं, श्रेयस ने भी शतक जड़ा और 70 गेंद में 105 रन की पारी खेली। अपनी पारी में श्रेयस ने चार चौके और आठ छक्के लगाए। आखिर में केएल राहुल ने भी 20 गेंद में पांच चौके और दो छक्के की मदद से 39 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। आखिरी 10 ओवर में कीवी गेंदबाज बेदम नजर आए।
न्यूजीलैंड ने 398 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सधी हुई शुरुआत की थी। टीम ने पांच ओवर तक 30 रन बना लिए थे। इसके बाद शमी ने अपने पहले ओवर की पहली गेंद पर सीम और स्विंग का इस्तेमाल कर डेवोन कॉन्वे (13) को आउट किया। फिर अपने अगले ओवर में शमी ने इस टूर्नामेंट के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक रचिन रवींद्र (13) को फिर से सीम बॉल पर विकेटकीपर के हाथों कैच कराया। इससे न्यूजीलैंड की पारी धीमी पड़ गई क्योंकि मैदान पर दो नए बल्लेबाज थे।
शुरुआती 10 ओवर में न्यूजीलैंड का स्कोर दो विकेट पर 46 रन था। केन विलियम्सन और डेरिल मिचेल क्रीज पर थे। इन दोनों ने क्रीज पर नजरें जमाईं। दोनों ने अर्धशतक पूरा किया। 29वें ओवर में जब बुमराह गेंदबाजी कर रहे थे तो ओवर की पांचवीं गेंद पर शमी ने मिड ऑन पर विलियम्सन का आसान कैच छोड़ दिया था। उस वक्त विलियम्सन 52 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। ऐसा लगा जैसे शमी ने कहीं मैच ड्रॉप न कर दिया हो। शमी-बुमराह समेत तमाम भारतीयों के चेहरे पर मायूसी छा गई थी।
इसके बाद मिचेल ने अपना शतक पूरा किया और फिर ग्लेन फिलिप्स के साथ मिलकर चौके-छक्के लगाने लगे। दोनों ने 61 गेंद पर 75 रन की साझेदारी निभाई। आखिरी 10 ओवर में न्यूजीलैंड को 132 रन की जरूरत थी, लेकिन मिचेल-फिलिप्स क्रीज पर थे। 41वें ओवर में सिराज गेंदबाजी के लिए आए और 20 रन लुटा दिए। आखिरी 48 गेंद पर 110 रन की जरूरत थी। 42वें, 43वें, 44वें और 45वें ओवर में बुमराह और कुलदीप ने किफायती गेंदबाजी की और फिलिप्स और चैपमैन के विकेट चटकाए।
मिचेल ने 119 गेंद में नौ चौके और सात छक्के की मदद से 134 रन की पारी खेली। वहीं, फिलिप्स ने 33 गेंद में 41 रन की पारी खेली। इसके बाद शमी ने टिम साउदी और लोकी फर्ग्यूसन को आउट कर न्यूजीलैंड की पारी को 327 रन पर समेट दिया। शमी ने 9.5 ओवर में 57 रन देकर सात विकेट झटके। वहीं, जसप्रीत बुमराह, सिराज और कुलदीप को एक-एक विकेट मिला।