विश्वबैंक ने खुलासा किया कि पाकिस्तान में पिछले वर्ष की तुलना में गरीबी 39.4 प्रतिशत तक बढ़ गई है। पाकिस्तान की खराब आर्थिक स्थिति के कारण 12.5 मिलियन से अधिक लोग गरीबी के जाल में फंसे हुए हैं।
विश्व बैंक ने पेश किया प्रस्ताव
विश्वबैंक ने खुलासा किया कि पाकिस्तान में पिछले वर्ष की तुलना में गरीबी 39.4 प्रतिशत तक बढ़ गई है। खराब आर्थिक स्थिति के कारण 12.5 मिलियन से अधिक लोग गरीबी के जाल में फंसे हुए हैं। जबकि, 95 मिलियन पाकिस्तानी अब गरीबी में रहते हैं। विश्व बैंक ने पाकिस्तान को कुछ सुझाव दिए हैं। उसने कहा कि कर-से-जीडीपी अनुपात को तुरंत पांच प्रतिशत बढ़ाया जाए और सकल घरेलू उत्पाद में 2.7 प्रतिशत व्यय की कटौती करें।
पाकिस्तान में बदलाव की आवश्यकता
पाकिस्तान के अर्थशास्त्री टोबियास हक ने कहा कि देश में आज की स्थिति काफी चिंताजनक है। पाकिस्तान गंभीर आर्थिक और मानव विकास संकट का सामना कर रहा है। देश में कई मोर्चों पर नीतिगत बदलाव की आवश्यकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी राजस्व को मजबूत करने रियल एस्टेट और कृषि क्षेत्रों पर करों का बोझ बढ़ाकर राजस्व-से-जीडीपी अनुपात में पांच प्रतिशत तक सुधार करने के कई उपाय दिए गए हैं।