केंद्रीय सूचना एवं प्रोद्योगिकी राज्यमंत्री ने कहा कि आज हमें गर्व है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेमीकंडक्टर चिप को भारत में बनाने, इसकी तकनीक के विकास के बारे में सोचा। सोचा ही नहीं बल्कि इस सपने को साकार करने की पहल की।
बात बस एक स्मार्ट सोच की है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर अमर उजाला से विशेष बातचीत में बताते हैं कि उनके पास 4-5 मुख्यमंत्री आए। वह जानना चाहते थे कि सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात में कैसे चला गया? मुख्यमंत्रियों की सोच इसे अपने राज्य में ले जाने की थी। चंद्रशेखर ने कहा कि जब तक ये मुख्यमंत्री प्रस्ताव और रूपरेखा के बारे में सोचतेे, तब तक गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र भाई पटेल कैबिनेट की मंजूरी लेकर अमेरिकी कंपनी माइक्रॉन के सहयोग से साणंद (गुजरात) में सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित करने की पहल कर चुके थे। गुजरात के मुख्यमंत्री की इस स्मार्ट पहल से अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सीखना चाहिए।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना इस तकनीक को देश में विकसित करने का है। सेमीकंडक्टर की तकनीक, इस क्षेत्र में रिसर्च और अनुसंधान तथा देश के तकनीकी संस्थानों को इससे जोड़ने की भी योजना है। सेमीकंडक्टर तकनीक की पढ़ाई और तकनीकी विशेषज्ञता के लिए इंटेल, माइक्रॉन समेत अंतरराष्ट्रीय दिग्गज कंपनियों के सहयोग से एक पाठ्यक्रम तैयार करने की दिशा में भी विचार हो रहा है। जल्द ही भारत इस क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर रिसर्च और अनुसंधान केंद्र भी स्थापित करेगा। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि इसका लाभ देश के तकनीकी छात्रों, इंजीनियरों को मिलेगा।
राजीव चंद्रशेखर का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भविष्य की दृष्टि रखने वाले नेता हैं। उनके पास अपना विजन है और इसे हर राज्य के मुख्यमंत्री को समझकर देश के विकास में आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्रियों को याद रखना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियां और निवेशक अपने निवेश के लिए उपयुक्त माहौल चाहते हैं। जहां उन्हें इसके लिए उपयुक्त वातावरण मिलेगा, बड़ी-बड़ी कंपनियां वहीं जाएंगी। गुजरात को ही लीजिए, अभी सारे मुख्यमंत्री बैठकर गाना गा रहे हैं। जबकि गुजरात ने न केवल सेमीकंडक्टर की तकनीक, इसकी जरूरत को पहचाना बल्कि इससे होने वाले लाभ, युवाओं के फायदे तथा अन्य चीजों को केंद्र में रखकर नीति बनाकर कदम बढ़ा दिया है।
चंद्रशेखर का कहना है कि आज से छह साल पहले किसी ने उत्तर प्रदेश में मोबाइल निर्माण फैक्ट्री की कल्पना की थी? लेकिन आज देश की सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता कंपनी नोएडा में है। यहां से मोबाइल फोन निर्यात भी होता है। अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सोचना चाहिए।