व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि बाइडन और नेतन्याहू ने आपसी चिंता के कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। दोनों ने क्षेत्रीय एकीकरण पहल को आगे बढ़ाने और यूएस-इस्राइल तकनीकी संवाद को मजूबत करने के लिए नेगेव प्रारूप (Negev Format) में मंत्रिस्तरीय बैठक बुलाने की संभावना का स्वागत किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर न्यूयॉर्क में मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) विकसित करने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में की गई घोषणा का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे यह परियोजना दोनों महाद्वीपों में निवेश और सहयोग के नए रूपों के साथ मध्य-पूर्व क्षेत्र को लाभ पहुंचा सकती है।
दोनों नेताओं की यह मुलाकात भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ द्वारा नौ सितंबर को नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बाद हुई है।
ईरान की तरफ से उत्पन्न खतरे पर चर्चा
बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान बाइडन और नेतन्याहू ने यह सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई कि ईरान कभी भी परमाणु हथियार हासिल न करे और तेहरान और उसके सहयोगियों की ओर से उत्पन्न सभी खतरों का मुकाबला करने के लिए इस्राइल और अमेरिका करीबी सहयोग को और मजबूत करेंगे। दोनों नेताओं ने अधिक एकीकृत, समृद्ध और शांतिपूर्ण मध्य-पूर्व क्षेत्र की स्थापना की दिशा में प्रगति पर भी चर्चा की।
व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, बाइडन ने कई मुद्दों पर दोनों देशों के बीच सहयोग को जारी रखने के लिए नेतन्याहू को साल के अंत से पहले वाशिंगटन की यात्रा के लिए आमंत्रित किया। बाइडन ने दोनों देशों के बीच अटूट बंधन पर भी बात की, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ-साथ अमेरिका की इस्राइल की सुरक्षा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता पर आधारित है।